बड़ी खबर: क्या सच में भाजपा सुशील मोदी को मिजोरम का राज्यपाल बनाने की तैयारी में है…

डेस्क : बिहार चुनाव के मद्देनज़र बिहार की राजनीति में घमासान मचा हुआ है।हर कोई अपने आप को सही अगले को गलत साबित करने में लगा हुआ है। ताजातरीन मामला उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी द्वारा तेजस्वी यादव के नामांकन दाखिल करते समय तथ्यों को छिपाने को लेकर दिए गए बयान का है। मोदी के दिए बयान पर पलटवार करते हुए राजद सांसद मनोज झा ने कहा है तथ्यों की जांच में न उलझ कर श्री मोदी अपने बारे में सोचें, उनके लिए ज्यादा बेहतर होगा। मनोज झा ने दावा किया कि भाजपा ने तय कर लिया है कि बिहार चुनाव के बाद सुशील मोदी को मिजोरम का राज्यपाल बना दिया जाएगा।

रही बात तेजस्वी यादव के नामांकन दाखिल करते समय तथ्यों को छिपाने की तो इस पर मनोज झा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने हलफनामे में जो भी जानकारी दी, उसके बारे में इनकमटैक्स विभाग के पास पूरी जानकारी उपलब्ध है, अगर मोदी साहब को विशेष कुछ जानकारी चाहिए तो इनकम टैक्स विभाग से बात कर लें। वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि सुशील मोदी पहले अपने 15 सालों का हिसाब दें। उनका कहना है कि भाजपा के पास कोई तथ्य नहीं है, ये चुनाव के समय बस अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।

दरअसल इससे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर राघोपुर से नामांकन दाखिल करते समय तथ्यों को छिपाने का आरोप लगाते हुए सवाल दागा था कि तेजस्वी एक कंपनी को चार करोड़ 10 लाख का कर्ज एक भारतीय कंपनी देने के लिए पैसा कहां से लाए। सुशील मोदी ने कहा कि रघुनाथ झा और कांति सिंह से गिफ्ट में मिली संपत्ति को वे खरीद बता रहे हैं।

जबकि वर्ष 2015 में एक करोड़ सात लाख का कर्ज देने की बात कही थी। क्या, वही कर्ज बढ़कर चार करोड़ से अधिक हो गया या नया कर्ज है, इसका उल्लेख नहीं है। डेढ़ लाख आमदनी बताने वाले तेजस्वी ने चार करोड़ से अधिक का कर्ज कैसे दिया। सीबीआई, ईडी और आयकर को इस मामले में स्वत: संज्ञान लेना चाहिए। वैसे इस मामले को हम चुनाव आयोग में भी ले जाएंगे।

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