बिहार के गन्ना किसानों को मिली बड़ी राहत – फसल हुई खराब तो सरकार करेगी भरपाई
डेस्क : भारत के गन्ना किसानों के लिए सरकार समय-समय पर उचित कार्य करती रहती है। ऐसे में बिहार के गन्ना किसानों के लिए बिहार सरकार ने एक अच्छी खबर जारी की है। बता दें कि अब गन्ना किसानों को जो भी नुकसान होगा उसकी भरपाई बिहार सरकार करेगी। सदियों से होती आ रही गन्ने की खेती का उद्योग गन्ना उद्योग विभाग नियंत्रित करता है। यह बात कृषि सचिव द्वारा की गई है जिसमें गन्ना किसानों को बड़ी उम्मीद नजर आ रही है।
कृषि सचिव ने साफ़ कहा है की यदि उनकी फसल को मौसम की वजह से नुकसान होता है, तो उनको नुकसान हुई फसल का हर्जाना प्राप्त होगा। बिहार में इस वक्त तीन लाख हेक्टेयर में गन्ने की खेती की जाती है। बीते दशक में भारत का मानसून काफी बदल चुका है, फिलहाल कई इलाकों में मानसून ब्रेक लग चुका है जिसके चलते हरियाणा और पंजाब के खेतों में बारिश नहीं हुई है।
वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो बिहार और बंगाल के इलाकों में अधिक बारिश से हुई है। कई इलाकों में बारिश अपने समय पर नहीं हो रही है, जिसके चलते फसल को क्षति पहुंचती है। जब-जब मौसम खराब होता है तब-तक गन्ना फसल खराब हो जाती है। ऐसे में कृषि विभाग के अधिकारियों ने इसका आकलन किया और सभी कृषि पदाधिकारियों को निर्देश भेजा कि गन्ना उत्पादक किसानों को पूरे नियमानुसार भरपाई की जाएगी।
अनाज के हिसाब से गन्ना भी एक ऐसी फसल है जो सबसे ज्यादा खेती में इस्तेमाल की जाती है। इस वक्त बिहार में ढाई लाख से तीन लाख हेक्टेयर के बीच की जमीन में गन्ना होता है, बता दें कि सबसे ज्यादा गन्ना पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर और पश्चिम चंपारण में होता है। यदि कृषि विभाग की तरफ से किसानों सही राहत मिलती है, तो उनके लिए यह बहुत अच्छी खबर होगी।
बाढ़ आने पर जो गन्ना फसल को नुकसान होता है, उसकी देखरेख कृषि विभाग बीते कई वर्षों से कर रहा है लेकिन इस बार गन्ने की फसल को जो नुकसान हुआ है उसका आकलन नहीं हो पाया है। ऐसे में सरकार ने अब अपना फैसला बदल दिया है और कई फसलों के साथ-साथ गन्ने को भी जोड़ दिया है। यदि आप भी एक गन्ना उत्पादक किसान हैं तो आपको इसका फायदा जरूर होगा।