बिहार : कुत्ते की ईमानदारी ने ले ली कुत्ते की जान, चैंपियनशिप में भागा अमेरिकन बुलडॉग सबसे तेज

डेस्क : एक समय ऐसा था, जब इंसानों की प्रतियोगिता होती थी लेकिन जैसे-जैसे समय गति करके आगे बढ़ता चला गया तो इंसानों के लुत्फ़ उठाने के तरीके भी बदल गए और उन्होंने इंसानी प्रतियोगिताओं को जारी रखा। साथ ही जानवरों की प्रतियोगिता भी उजागर कर दी और अब वह जानवरों की प्रतियोगिता देखकर लुत्फ़ उठाते हैं। ऐसे में अलग-अलग जानवर और उनकी प्रजातियां दूर देश से आती है और प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती हैं। इस प्रतियोगिता में जानवरों के साथ उनके मालिक भी मौजूद रहते हैं। कई जानवरों की ब्रीड तो इतनी महंगी होती है जिसका अनुमान भी नहीं लगाया जा सकता। लेकिन, लोगों के शौक निराले हैं और शौक पूरा करने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकते हैं।

ऐसे ही शौक और मजे का लुत्फ लेने के लिए जानवरों के मालिक यह नहीं सोचते कि जानवरों पर क्या बीत रही होगी। कुछ ऐसा ही खामियाजा भुगतना पड़ा है अमेरिकन बुल ‘स्कॉट’ को। स्कॉट अपने मालिक के लिए इतना जोर लगा कर दौड़ा कि वह सबसे आगे निकल गया लेकिन जब उसको पुरस्कार लेने की बारी आई तो वह नहीं पहुंच पाया क्योंकि उसकी मृत्यु हो चुकी थी। दरअसल अमेरिकन बुल कुत्ता भारत के तापमान को सहन नहीं कर सकता क्योंकि यह अमेरिकन तापमान के हिसाब से ठंडे वातावरण के लिए प्रकृति द्वारा निर्मित किया गया है। जब उसको भारत की तेज धूप और गर्मी में प्रतियोगिता में हिस्सा दिलवाया गया तो वह पूरे जोर-शोर से दौड़ा और सभी कुत्तों को पीछे छोड़ दिया लेकिन दुर्भाग्यवश उसकी सांसे थम गई।

इस प्रतियोगिता का आयोजन बिहार वेटनरी कॉलेज में किया गया था कुछ समय पहले भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था जहाँ पर दो अलग प्रजाति के कुत्ते मौजूद थे और दोनों में लड़ाई हो गई थी जिसके चलते वह लड़ाई कुत्तों के मालिकों तक पहुँच गई और फिर लड़ाई में अफरा तफरी मच गई जिसके चलते कई लोग अपनी जान बचाकर वहाँ से भागे। बता दें की स्कॉट नाम का कुत्ता 1.25 लाख का था। वेटनरी कॉलेज के प्रवक्ता सत्या कुमार ने स्कॉट की मौत का जिम्मेदार उसके मालिक को ठहराया है क्यूंकि उनको पता था की कुत्ते की सांस फूल रही है और तेज तापमान उसके प्रतियोगिता करने लायक नहीं है।

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