बिहार विधानसभा चुनाव : बीजेपी के सीट बंटवारे के फॉर्मूले के बाद JDU कि सियासी सरगर्मियां तेज

डेस्क : बिहार (Bihar) में आगामी कुछ महीनो में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) होने वाले है । जिसे लेकर दिल्ली से बिहार तक सियासी सरगर्मियां तेज है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के सांसदों की पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के साथ हुई बैठक के बाद बिहार में भी सियासी बयान बाजी शुरू हो गई है।

इस बैठक में भाजपा सांसदों ने पार्टी नेतृत्व के सामने अगले विधानसभा चुनाव में पिछले लोकसभा चुनाव की तरह जेडीयू से आधी आधी सीटों पर समझौता करने की मांग रखी है। भाजपा सांसदों की मांग के बाद बिहार में एनडीए खेमे में सरगर्मी तेज है। वहीँ भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान की मानें तो सीटों के बारे में और सीट शेयरिंग को लेकर अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान के जिम्‍मे है, लेकिन जब बिहार विधानसभा का अगला चुनाव जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के नेतृत्व में होना है तो ऐसे में भाजपा सांसदों की मांग जायज लगती है।संजय पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व की प्रशंसा विरोधी भी करते हैं और ऐसे में सीटों के बंटवारे को लेकर एनडीए में कोई अंतर्विरोध नहीं है।

उधर जेडीयू ने भी इस पूरे मामले को लेकर सधी प्रतिक्रिया जाहिर की है। पार्टी प्रवक्ता और बिहार सरकार के सूचना और जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा है कि सीट शेयरिंग का अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान के ऊपर निर्भर करता है। अगर जेडीयू में भी मेरे जैसा कार्यकर्ता कोई मांग रख रहे हैं, लेकिन जब तक राष्ट्रीय नेतृत्व और नीतीश कुमार की मुहर नहीं लगी तब तक वैसी मांगों का कोई मतलब नहीं है। नीरज कुमार ने कहा कि एनडीए में सभी नेताओं और जनप्रतिनिधियों को अपनी बात रखने का हक है और इसी कारण भाजपा सांसदों ने भी अपनी राय रखी है। जेडीयू नेता चाहे जो कहें लेकिन भाजपा नेताओं की मानें तो वह अब पहले वाली पार्टी नहीं बल्कि एक सशक्त पार्टी हो चुकी है। ऐसे में खुद भाजपा के अंदर महत्वाकांक्षा जिस कदर बढ़ी है वैसे मैं सीट शेयरिंग को लेकर सम्मानजनक समझौता ही पार्टी कार्यकर्ताओं के हित में होगा।

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