डेस्क : अग्निपथ स्कीम को लेकर बिहार में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान कई जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। जिसके बाद एक व्यक्ति ने राष्ट्रीय उपभोक्ता फोरम से इसकी शिकायत की थी। उस व्यक्ति की इस कंप्लेंट पर कंपनी ने युवक से समझौता करने का अनुरोध किया है। कपनी के जोनल मैनेजर ने उससे संपर्क कर तीन दिनों का डेटा और वैलिडिटी बढ़ाने का ऑफर तक दिया है। हालांकि उस व्यक्ति ने कंपनी का ऑफर मानने से साफ मना कर दिया है। क्योंकि उस व्यक्ति का कहना है कि ये केवल उसकी लड़ाई नहीं बल्कि लाखों उपभोक्ताओं के हक की लड़ाई है।
जानकारी के लिए बता दें कि अग्निथ स्कीम के खिलाफ हुए हिंसक उत्पात के बाद राज्य सरकार ने 20 जिलों में इंटरनेट सेवा को रोक दिया था। 17 से 20 जून तक करीब 40 लाख इंटरनेट उपभोक्ताओं पर इसका असर पड़ा है। जिसके बाद आरा के एक निवासी ने इसके खिलाफ उपभोक्ता न्यायालय में केस दर्ज कराया था। अदालत ने इस केस को मंजूर भी कर लिया था। जैसा कि उसने बताया कि चार दिनों तक कोई डाटा खर्च नहीं कर पाया था। साथ ही व्यक्ति ने दावा किया था कि इसमें उसकी कोई गलती नहीं थी। मोबाइल कंपनी ने इंटरनेट बंद किया था। इसलिए मोबाइल कंपनी इसकी भरपाई करेगी।
गौरतलब है कि बीते 22 जून को मोबाइल कंपनी के नोडल अधिकारी ने उनसे संपर्क किया और नुकसान की मेन बैलेंस के रूप में भरपाई करने तक की बात कही थी। लेकिन उस व्यक्ति ने कहा कि उसे नुकसान हुए डाटा और पैक की वैद्यता दोनों चाहिए। साथ ही उसने कंपनी के नोडर अधिकारी से कहा कि उसके जैसे लाखों उपभोक्ता है जिनके डाटा का नुकसान हुआ है, उन सभी का डाटा वापस होना चाहिए। जिसके बाद अधिकारी ने फोन ही काट दिया।