अब से TET/CTET पास करने के बाद बन सकेंगे 9वी से 12वी तक के टीचर, जानिए इसके बारे में सब कुछ

डेस्क : अगर आप बिहार में रह रहे हैं और बिहार में रहते हुए शिक्षक बनना चाहते हैं तो आपके लिए परीक्षाएं देना अनिवार्य हो गया है। शिक्षक बनने के लिए अब शिक्षक पात्रता परीक्षा देना अनिवार्य कर दी गई है, बता दें कि पहले ही यह परीक्षा पहली क्लास से लेकर आठवीं क्लास तक के लिए होती थी। लेकिन, अब अगर आप 8वीं से 12वीं को भी पढ़ाना चाहते हैं तो यह परीक्षा देना जरूरी है। यह परीक्षाएं अनिवार्य करने के पीछे का मकसद है शिक्षा व्यवस्था को और ताकत दी जाए और बच्चों का भविष्य एक बेहतर शिक्षक के जरिए दिया जाए। सरकार का यही प्रयास है।

इससे जुड़े सभी दिशा-निर्देश का पालन किया जाना अनिवार्य है और बच्चों का भविष्य सफल हो सके इसके लिए शिक्षकों के टेस्ट पेटर्न की प्रणाली को भी ताकतवर किया जा रहा है। बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन मिले इसका शिक्षा विभाग को पूरा ख्याल रखना है बता दें कि शिक्षकों को अब से टीईटी (TET) और सीटीईटी (CTET ) की परीक्षा पास करना अनिवार्य होगा, जिसके बाद वह एक अध्यापक बन पाएंगे। यह जानकारी नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन द्वारा दी गई है।

नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन को 1993 से 1995 के बीच स्थापित किया गया था। औपचारिक रूप से भारतीय शिक्षा प्रणाली को एक समय पर देखने की जरूरत थी, जिसके चलते समय रहते शिक्षक प्रणाली में बदलाव लाना और इसी को मद्देनजर रखते हुए एनसीटीई का गठन किया गया था। यह सभी शिक्षक शिक्षा के रखरखाव के लिए मानव को समृद्ध करते हैं जिसके कारण बच्चों का भविष्य सही दिशा में रहे। यह सुनिश्चित किया जाता है कि बच्चों के आगे बढ़ने के लिए किसी भी तरह की शिक्षा बदलाव की जा सके।

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