बिहार में आशा बहु बनने का सुनहरा मौका – जल्द होगी 543 नए पदों पर बहाली, जानिए – डीटेल से…

डेस्क : गर्भवती महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य के देखभाल के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एक दशक से आशा कार्यकर्ताओं की बहाली होती रही है. आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर गर्भवती महिलाएं और छोटे-छोटे शिशुओं के स्वास्थ्य की देखभाल करती हैं. साथ ही सुरक्षित प्रसव कराने के लिए उन्हें सरकारी अस्पतालों में ले जाने के लिए प्रेरित भी करती हैं.

इस पहल के बाद संस्थागत प्रसव के साथ-साथ बिहार में जच्चा-बच्चा मृत्यु दर में भी काफी कमी आयी है. हालांकि दरभंगा जिले के विभिन्न पंचायतों में आशा कार्यकर्ताओं के काफी पद भी खाली हैं, जिन्हें भरने के लिए भीबअब कवायद की जा रही है. इस कारण से विभिन्न योजनाओं में यह अभी भी पीछे भी चल रहा है.

गांव की वधु बन सकती हैं ‘आशा’

यह बताया गया कि प्रत्येक प्रखण्ड में आशा कार्यकर्ता के पद रिक्त है. इसकी बहाली पंचायत स्तर पर मुखिया के द्वारा आमसभा के माध्यम से ही की जाती है. इसके लिए आवश्यक है कि आवेदिका उस गांव की बहू हो एवं कम से कम 10वी पास हो. ये भी बताया गया कि जिले में लगभग कुल 543 आशा के पद रिक्त हैं. बहाली के बाद आशा कार्यकर्ता अपने-अपने प्रखंडों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत ही कार्य करती हैं. स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत कार्यों में योगदान के एवज में इन्हें मानदेय भी मिलता है.

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