क्या बिहार में शराबबंदी कानून पूरी तरह से फेल है? प्रशांत किशोर ने कही बड़ी बातें..

डेस्क : कुछ दिन पम तक जुबानी जंग जाहिर करने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की 2 दिन पहले हुयी एक गुप्त मुलाकात बिहार की राजनीतिक पटल पर नया खाका खींचने की ओर इशारा करती दिख रही है. प्रशांत किशोर के फिर से JDU के साथ आने की अटकलों को अब हवा भी मिलने लगी है.

इस बीच प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संग हुई मुलाकात पर गुरुवार को अपनी चुप्पी तोड़ी. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनकी मुलाकात को “सामाजिक-राजनीतिक शिष्टाचार’ के रूप में ही देखा जाना चाहिए. इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश से मुलाकात में उन्होंने शराबबंदी पर अपने विचार भी रखे हैं और इसपर दोबारा विचार करने की बात भीबकही है.

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रशांत किशोर ने बताया कि काफी समय से मैं मुख्यमंत्री नीतीश से व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहता था, लेकिन समय की व्यस्तता के कारण यह संभव नही हो सका. उन्होंने यह भी बताया कि 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती के दिन बिहार में जन सुराज अभियान के तहत पदयात्रा भी निकालने जा रहे हैं. उनका कहना है कि इस पदयात्रा के तहत पूरे राज्य मैं यात्रा करुंगा. लगभग 1 साल तक बिहार के विभिन्न गांवों और ब्लॉकों में जाऊंगा और लोगों से जनसंवाद भी करुंगा. राज्य के लिए बेहतर काम करने की कोशिश करूंगा.

PK के साथ आने की चर्चाओं पर नीतीश ने कही थी ये बात : आपको बता दें, एक दिन पहले यानी बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर संग हुई मुलाकात को आपसी संबंध बताये थे. वहीं, PK साथ आने के सवाल पर उन्होंने कहा था कि ये सवाल उन्हीं (प्रशांत) से पूछा जाए. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि पुराने साथियों से मुलाकात में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन उनसे किसी भी प्रकार की कोई विशेष राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है.

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