नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का दावा, बिहार बना दूसरा सबसे भ्रष्ट राज्य – 73% बिना घूस के नहीं होता कोई काम

डेस्क : भारत में जब से आजादी मिली है तब से भ्रष्टाचार का मुद्दा बढ़ता चला गया है। ऐसे में अब हम 21वीं सदी में आ चुके हैं लेकिन भ्रष्टाचार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बात करें बिहार की तो बिहार में इस वक्त 2021-22 का बजट पेश किया जा रहा है। इस बजट में सरकार ने निश्चय-2 की घोषणा की है लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का कहना है कि निश्चय-1 के सारे कार्य पूरे ही नहीं हुए और बिना उसके पूरे हुए निश्चय-2 कैसे शुरु कर दिया। ऐसे में उन्होंने कहा है कि ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल एजेंसी के तहत बिहार सबसे बड़ा भ्रष्ट राज्य है और यहां पर बिना रिश्वत के कोई भी काम नहीं होता है।

बिना रिश्वत के यहाँ कोई भी काम नहीं होता है। उन्होंने कहा कि जब 1990 में राजद पार्टी की सरकार बनी थी तो 3000 करोड़ का बजट पेश किया गया था उसके 15 साल बाद यानी कि 2005 में यह बजट 6000 करोड़ का हो गया। उसके बाद बजट 2,18,000 करोड़ तक पहुंचा। नितीश कुमार के कार्यकाल में अब तक यह 2 फीसदी बजट के पैसे का हिसाब ही नहीं है। यह बजट की रेटिंग 20 फीसदी थी लेकिन अब यह 18 फीसदी पर आकर खड़ी हो चुकी है। उन्होंने साफ़ कहा की जब राजद पार्टी की सरकार थी तब पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के शासन काल में ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स में बिहार की गिनती 32 नंबर पर थी। लेकिन अब वह घटकर 36 नंबर पर आ चुकी है।

फिलहाल, राज्य सरकार द्वारा घोषणा की गई है की वह जनता की सेवा के लिए हर घर नल जल की सेवा पहुंचा रहे हैं। सरकार की ओर से गाँव के इलाके में रह रहे नौजवानों को प्रोत्साहित कर रहे है की वह आगे आएं और खेती में आधुनिक तरीके से योगदान दें। जनता को सशक्त बनाने के लिए सभी प्रौद्योगिकी संस्थान को आधुनिक बनाया जा रहा है जिससे, तकनीक क्षेत्र में विकास हो। पशुपालन के लिए भी सरकार उचित अनुदान दे रही है। अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए सरकार नए टूरिज्म स्पॉट बना रही है।

Leave a Comment