Bihar के कॉलेज में अब बॉयोमेट्रिक से बनेगा छात्रों का अटेंडेंस, जानें- क्या होगा फायदा…

डेस्क : बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में शिक्षक-कर्मचारियों के साथ ही छात्रों की उपस्थिति भी अब बॉयोमेट्रिक सिस्टम से बनेगी. इसकी निगरानी संस्थान के साथ ही निदेशालय के स्तर पर भी की जायेगी. डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (DST) ने MIT सहित सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्राचार्य को पत्र भेजकर नये सत्र से पहले इसकी तैयारी पूरी कर लेने को कहा गया है. शिक्षण संस्थानों में शिक्षक-कर्मचारियों के लिए बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम पहले से लागू कर दी गयी है.

पॉलिटेक्निक में भी चल रही हैं तैयारी : DST के निर्देश पर सभी पॉलिटेक्निक संस्थान में भी छात्रों की बॉयोमेट्रिक हाजिरी की तैयारी चल रही है. राजकीय पॉलिटेक्निक के प्राचार्य डॉ KK सिंह ने बताया कि पहले भी बॉयोमेट्रिक हाजिरी बनती थी, लेकिन रिकॉर्ड संस्थान के स्तर पर ही सुरक्षित रहता था. अब DST के स्तर पर निगरानी होगी. बच्चों की नियमित उपस्थिति बढ़ाने को लेकर सख्ती भी की गयी है. साथ ही, कॉलेज ऑनलाइन उपस्थिति के डाटा से किसी प्रकार का छेड़छाड़ भी नहीं कर पाएंगे. इससे सरकारी गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन कर पाना भी संभव होगा.

75 फीसदी से कम उपस्थिति पर नहीं दे सकेंगे परीक्षा : इंजीनियरिंग कॉलेज और पॉलिटेक्निक में छात्रों की हाजिरी का रिकॉर्ड संस्थान के स्तर पर ही सुरक्षित रहता था. अब इस पर DSTकी नजर रहेगी. 75 फीसदी से कम उपस्थिति होने पर छात्र परीक्षा से वंचित हो सकते हैं. सरकार की तरफ से पहले से ही शिक्षण संस्थानों में 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य कर दी गयी है. हालांकि इससे थोड़ी कम उपस्थिति होने पर भी परीक्षा में शामिल करा लिया जाता था. सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक कॉलेज में छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए इस तरह के कड़े नियम बनाए गये हैं.

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