बिहार के समस्तीपुर और बक्सर में मिल सकता है तेल का भंडार, ONGC ने सरकार से मांगा लाइसेंस

हाल ही में बिहार सरकार ने जमुई जिले में देश के सबसे बड़े स्वर्ण भंडार के अन्वेषण के अनुमति देने का फैसला किया। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के एक सर्वेक्षण के अनुसार जमुई जिले में 37.6 टन खनिज युक्त अयस्क समेत लगभग 22.28 करोड़ टन सोने का भंडार मौजूद है ।जो कि देश के कुल स्वर्ण भंडार का 44% है। खनन के बाद यहां स्वर्ण भंडार भी प्राप्त हुआ है और अब पुनः पता चला कि पेट्रोलियम का भंडार भी समस्तीपुर में बक्सर के गंगा बेसिन में है। राज्य सरकार का खान एवं भूतत्व विभाग ओएनजीसी की मदद से अन्वेषण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू करेगा।

गंगा बेसिन बक्सर और समस्तीपुर में आसार हैं तेल भंडार मिलने के

हालांकि इससे पहले भी राज्य के कुछ हिस्सों में तेल भंडार की खोज की गई थी। लेकिन कोई व्यावसायिक खोज नहीं हुई थी। तेल भंडार की उपस्थिति का आकलन करने की खोज के लिए पेट्रोलियम अन्वेषण लाइसेंस की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विभागीय जानकारी के अनुसार समस्तीपुर (308.32 वर्ग किलोमीटर) के क्षेत्र में और गंगा बेसिन में बक्सर (52.13 वर्ग किलोमीटर) में तेल भंडार की स्थिति आकलन करने के लिए जल्दी खनन प्रक्रिया शुरू की जाएगी।ओएनजीसी में तेल की खोज एवं उत्पाद के लिए जी बी ओ एन एच पी2021/1समस्तीपुर और जी बी एन एच पी 2021/2 बक्सर के लिए ओपन एरिया लाइसेंस इन पॉलिसी के तहत पी ई एल प्रदान किए जाने का आवेदन किया है। इसके लिए ओएनजीसी ने पीईएल के अनुदान के लिए क्षेत्र के नक्शे और सूची की प्रतियों के साथ-साथ आवेदन शुल्क का भुगतान भी कर दिया है।

नई तकनीकों का प्रयोग करके सर्वेक्षण कार्य किया जाएगा

इसके साथ-साथ विभागीय जानकारी के अनुसार अन्वेषण के पहले चरण में नवीनतम भूकंपीय डाटा रिकॉर्डिंग प्रणाली का उपयोग करके 2 डी भूकंपीय सर्वेक्षण करना होगा। इसके बाद उन्नत तकनीक का उपयोग करके भू रासायनिक सर्वेक्षण शुरू होगा। सर्वेक्षण के आने वाले दिनों में गुरुत्वाकर्षण चुंबकीय और मैग्नेटोटेल्लूरिक एम टी सर्वेक्षण के साथ पूरा किया जाएगा। साथ ही साथ सर्वेक्षण से उत्पन्न डेटा का अध्यन या व्याख्या उच्च तकनीक वाले वर्क स्टेशन पर परिष्कृत सॉफ्टवेयर के साथ की जाएगी ताकि उन इलाकों में संभावित क्षेत्र का पता सटीक सटीक लगाया जा सके।

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