बिहार : केंद्र और राज्य निर्वाचन आयोग की लड़ाई में फंसा पंचायत चुनाव , अभी चुनाव होने में लग सकता है लंबा समय
डेस्क : बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर सभी लोग तैयारियों में लग गए हैं । लेकिन , चुनाव लड़ने की तैयारी में लगे लोगों को निराश होना पड़ सकता है क्योकि राज्य में पंचायत चुनाव होने में अभी समय लगने वाला है। दरसअल ईवीएम को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग और बिहार निर्वाचन आयोग में बात नहीं बन पा रही है । इसलिए ईवीएम खरीद की योजना अभी तक अधर में लटकी हुई है। ईवीएम खरीद में देरी की ही वजह से अभी तक पंचायत चुनाव के तारीखों की घोषणा नहीं हो सकी है।
केंद्रीय निर्वाचन आयोग के नियम की वजह से देर- दरअसल बिहार निर्वाचन आयोग ने इस बार के पंचायत चुनाव को ईवीएम से करवाने का फैसला किया है। लेकिन, केंद्रीय चुनाव आयोग के एक फैसले की वजह से ईवीएम खरीद की योजना अधर में लटक गई है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने राज्यों के निर्वाचन आयोग के लिए यह नियम अनिवार्य कर दिया है कि वो अब ईवीएम की आपूर्ति और डिजाइन से पहले केंद्रीय चुनाव आयोग की मंजूरी लेंगे।
बिहार निर्वाचन आयोग ने अनुमति के लिए केंद्रीय निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा था। लेकिन, अभी तक ईवीएम खरीदने के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग से एनओसी नहीं मिली है। इसी वजह से बिहार निर्वाचन आयोग द्वारा ईवीएम खरीदने की योजना अभी तक सफल नहीं हो पाई है।
हाइकोर्ट से भी झटका- सोमवार को बिहार निर्वाचन आयोग को पटना हाइकोर्ट से भी झटका लगा है। पंचायत चुनाव में ईवीएम मशीन के इस्तेमाल के मामले की सुनवाई को पटना हाईकोर्ट ने 6 अप्रैल तक टाल दिया है। केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा ईवीएम मशीन के इस्तेमाल की अनुमति ना मिलने पर इस मामले को लेकर बिहार निर्वाचन आयोग ने हाईकोर्ट में रिट याचिका दाखिल की है। याचिका में केंद्रीय चुनाव आयोग के उस फैसले को चुनौती दी गई है जिसमें सभी राज्यों के लिए एनओसी लेना अनिवार्य कर दिया गया है। हालांकि पटना हाइकोर्ट ने सुनवाई को 6 अप्रैल तक टाल कर बिहार निर्वाचन आयोग को जबरदस्त झटका दिया है और उम्मीद लगाया जा रहा है कि पंचायत चुनाव में अभी और समय लग सकता है।