जून 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा कोसी नदी पर फुलौत पुल, इन जिलों को होगा सीधा फायदा

डेस्क / सुमन सौरव : कोसी इलाके को अंग प्रदेश से जोड़ने वाली कोसी नदी पर बिहार के सातवें फुलौत पुल का निर्माण कार्य अब जोरों शोरों से शुरू हो चुका है। बता दें कि 1478.4 करोड़ रुपए की लागत से एनएच- 106 के मिसिंग लिंक मधेपुरा (उदाकिशुनगंज) से भागलपुर (बीहपुर) के बीच 28.91 किमी सड़क व कोसी नदी पर 6.93 किमी पुल निर्माण होगा। कंपनी को तीन वर्ष में निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। परंतु नहीं हो पाया।

लेकिन, अब इसे पूरा होने का लक्ष्य जून 2024 को रखा गया है। पुल बनने से उदाकिशुनगंज और बिहपुर के बीच लगभग 29 किमी लंबी सड़क पर आवागमन शुरू हो जाएगा। विदित हो कि 40 साल पूर्व तत्कालीन मंत्री विद्याकर कवि ने इलाके के लोगों के साथ कोसी की धारा पर बड़े पुल का सपना देखा था। इसके बाद 9 अगस्त 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनएच 106 के मिसिंग लिंक पर 1478.40 करोड़ रुपए की लागत से 6.93 किमी लंबा फोरलेन पुल और सड़क निर्माण की स्वीकृति प्रदान की। साथ ही पिछले साल 21 सितंबर को प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उदाकिशुनगंज में इस कार्य का शिलान्यास सह भूमि पूजन भी किया था।

पुल बनने से अंग प्रदेश तथा मिथिला क्षेत्र से मिलन हो जाएगा: बता दें कि अभी फुलौत से बिहपुर जाने के लिए लोगों को पहले चौसा, भटगामा होते हुए नवगछिया जीरो माइल आना होता है। पुल व सड़क के बन जाने से फुलौत और बिहपुर की दूरी मात्र 12 किमी रह जाएगी। साथ ही फुलौत में कोसी महासेतु के बन जाने से अंग क्षेत्र का मिथिला क्षेत्र से मिलन हो जाऐगा। फुलौत कोसी महासेतु और सड़क के निर्माण से मधेपुरा, सहरसा और सुपौल के लोगों की भागलपुर से नजदीकी बढ़ जाएगी। सड़क संपर्क बहाल होने के बाद रोजगार के अवसर खुलेंगे। व्यवसायी वर्ग के लोगों की सुविधाएं बढ़ेगी। कोसी के लिए यह सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।

यह पुल 2021 में बनकर तैयार होना था, मगर नहीं हो पाया: बता दे की बिहार स्टेट हाइवे परियोजना -3 के तहत राज्य उच्च पथ संख्या 82 का निर्माण किया जा रहा है। इस पथ के लिए गायत्री प्रोजेक्ट्स को दिसंबर, 2018 में कार्य दिया गया था। यह पथ मार्च 2021 में बन कर तैयार की जानी थी। गायत्री प्राजेक्ट्स को धीमी प्रगति हेतु कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। नोटिस जारी करने तक एजेंसी के द्वारा परियोजना का लगभग 55% ही कार्य किया गया था। जबकि 27 महीने में परियोजना अवधि में 25 माह बीत चुका था।

2024 में बनकर तैयार होगा: कार्य धीमी होने कारण इन परिस्थितियों में बीएसआरडीसीएल के द्वारा आशंका जतायी गयी कि परियोजना को पूर्ण होने में तय अवधि से लगभग 18 से 24 महीने और लगेगा। इस कड़ी में सुपरविजन कंसलटेंट एजिस इंटरनेशनल एसए व एजिस इंडिया कंसल्टिंग इंजीनियर्स प्रालि संयुक्त उद्यम को भी बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट काॅरपोरेशन लि की सभी निविदाओं में कार्य पूर्ण होने तक वंचित कर दिया गया है।

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