बिहार में एक साथ घर से उठी तीन लोगों की अर्थी , मछली विवाद से शुरू हुई थी कहानी

डेस्क / सुमन सौरभ : बिहार में इन दिनों अपराधी बेलगाम घूम रहे हैं। इस कुकृत्य घटना को लेकर एक बार फिर बिहार सरकार सवाल के घेरे में आ रही है। ऐसा प्रतीत हो रहा है, की बिहार मे फिर से वही लालू राज्य वाला जंगलराज शुरु हो गया। घटना बिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी इलाके के मोहम्मदपुर गांव की है। जहां मामूली विवाद के चलते उक्त अज्ञात अपराधियों द्वारा होली के दिन 3 सहोदर भाइयों व एक अन्य लोग सहित कुल 4 लोगो की निर्मम हत्या कर दी गई। साथ ही वहीं दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। सभी व्यक्ति एक ही गांव के रहने वाले थे मरने वाले तीनों सहोदर भाई रणविजय सिंह, वीरू सिंह और अमरेंद्र सिंह हैं। वहीं, राणा प्रताप सिंह उनके चचेरे भाई हैं।

आखिरी घटना का मूल कारण क्या था ग्रामीणों के अनुसार घटना का मूल कारण पोखरे मे मछली मारने को लेकर मामूली विवाद बताया जा रहा है। वही मृतक के पिता पूर्व सैनिक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि वे अपने बरामदे पर बैठे थे। तभी उनके घर में काम करनेवाले आदमी ने बताया कि उनके बेटों को कोई अज्ञात आदमी पीट रहा है। आगे उनके पिता ने बताया जब तक वे घर आंगन में पहुंचे तब तक ताबड़तोड़ फायरिंग गोलियों की आवाज आने लगी। जब कुछ दूर सड़क पर निकले तो देखा तो उनका भतीजा राणा प्रताप सिंह आगन में गिरा हुआ था।

वहीं एक खेत में बेटा रणविजय सिंह और दूसरे में दूसरा बेटा बीरेंद्र सिंह गिरा हुआ था। जब तक वो आगे बढ़ते पांच कदम पर तीसरा बेटा अमरेंद्र गिरा हुआ था। भतीजे मनोज सिंह के चेहरे में गोली लगी थी। तो वही कुछ दूरी पर रुद्र नारायण सिंह भी जख्मी पड़ा था। आनन-फानन में फौरन घायलों को ऑटो और बाइक पर बैठाकर अस्पताल पहुंचाया गया। दो लोगों की मौत इलाज के दौरान हो गई। वहीं दो की हालत गंभीर बनी हुई थी। आगे उनकी भी मौत हो गई।  इस घटना में 35 लोगों पर केस दर्ज किया गया है। एसपी डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।

अब तक कुल 10 लोग गिरफ्तार हुए है इसी बीच, प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक और बेनीपट्टी के थाना प्रभारी राजेश कुमार रंजन ने शनिवार को बताया कि इस मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आगे उन्होंने बताया कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।

आईजी ने बताया यह मामला दो गुटों की आपसी रंजिश का परिणाम पुलिस महानिरीक्षक अजिताभ कुमार ने बताया कि यह कांड दो जाति का मामला नहीं, बल्कि दो गुटो के आपसी रंजिश का है। आईटी सेल का पूरा सहयोग लिया जा रहा है। ताकी जल्द से जल्द आरोपितों को गिरफ्तार करके हिरासत में लिया जाए। इस केस को इस तरह से हैंडल किया जा रहा है ताकि निर्दोष लोगों को फंसाया नहीं जाएगा, जबकि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। महमदपुर हत्याकांड में संलिप्त अपराधकर्मियों की भूमिका को वैज्ञानिक अनुसंधान के तहत जांच किया जा रहा है।

मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की गठित टीम लगी हुई है। कांड के अनुसंधान में गुणवत्ता कायम रहे और अपराधी कानून के पकड़ से बाहर नहीं रहे। इसको लेकर निर्देश दिए गए हैं। अपराधियों की न कोई जाति होती है ना धर्म। हत्याकांड में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार कर जल्द से जल्द स्पीडी ट्रायल कराकर फांसी की सजा दिलाई जाए। कहा कि प्रशासन समय से इस मामले को गंभीरता से लेता तो इस घटना को रोका जा सकता था। इस घटना के पीछे पुलिस प्रशासन की लापरवाही स्पष्ट है। होली के दिन अपराधी के द्वारा षडयंत्र के तहत इस अमानवीय घटना को अंजाम दिया गया है। इस हत्याकांड में सरकार को जिम्मेवारी लेनी होगी। सूबे में कानून व्यवस्था बेपटरी हो गई है।

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