JDU में विलय से पहले उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी में बड़ी टूट , तेजस्वी ने कर दी रालोसपा के RJD में विलय की घोषणा…

बिहार विधान सभा चुनाव 2020 के परिणाम आने के बाद बिहार की राजनीति में कई उथल पुथल देखने को मिले हैं। कुछ दिनों पहले रालोसपा अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी के जदयू में विलय की घोषणा की थी और 14 मार्च तक रालोसपा का जदयू में विलय भी हो सकता है। लेकिन, उससे पहले रालोसपा में बड़ी टूट देखने को मिली है।

कई नेताओं ने छोड़ा रालोसपा का साथ- हाल फिलहाल में रालोसपा के कई नेताओं ने पार्टी छोड़कर मुख्य विपक्षी दल राजद का दामन थाम लिया है। आज रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष समेत कई वरिष्ठ नेता राजद में शामिल हो गए। कुछ दिन पहले भी रालोसपा के 41 नेताओ ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। ये सभी नेता रालोसपा के जदयू में विलय का विरोध कर रहे हैं। गौरतलब है कि उपेन्द्र कुशवाहा ने साल 2009 में रालोसपा की स्थापना की थी। 2014 लोकसभा चुनावों में वो भाजपा के साथ एनडीए गठबंधन का हिस्सा थें , लेकिन 2019 लोकसभा चुनावों से पहले उन्होंने एनडीए छोड़ दिया था।

तेजस्वी ने की रालोसपा के राजद में विलय कि घोषणा- रालोसपा के करीब 3 दर्जन कार्यकर्ताओं ने आज तेजस्वी यादव की मौजूदगी में राष्ट्रीय जनता दल का दामन थाम लिया। तेजस्वी यादव ने आज ये दावा किया कि रालोसपा का अब राष्ट्रीय जनता दल में विलय हो गया है। तेजस्वी ने ट्वीट करते हुए कहा कि “रालोसपा के संस्थापक सदस्यों,प्रदेश अध्यक्ष, प्रधान महासचिव,प्रदेश प्रकोष्ठों के अध्यक्ष, राष्ट्रीय,प्रांतीय और बिहार इकाई के प्रमुख नेताओं द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री उपेंद्र कुशवाहा जी को पार्टी से निष्कासित कर रालोसपा का राजद में विलय करने पर सभी का हार्दिक स्वागत और धन्यवाद।” हालांकि उपेन्द्र कुशवाहा ने शनिवार को पार्टी की बैठक बुलाई है और कहा है कि सभी बातों पर बैठक में ही चर्चा होगा।

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