Tejasvi Yadav बनेंगे या Nitish Kumar ही रहेंगे बिहार के CM, यहां जानिए – पूरा समीकरण..

डेस्क : बिहार में BJP का साथ छोड़ RJD के साथ सरकार बनने पर ही यह आम होने लगा था कि नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ही होंगे। ऐसा कब होगा, इस पर भी कई अटकलें हैं। JDU सशंकित है और RJD बेचैन भी, रह-रह कर RJD से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाए जाने के स्वर भी फूट रहे हैं और JDU की तरफ से इसकी काट RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने साल भर का समय तय कर हलचल मचा भी दी है।

जिस तरह से नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की जुगलबंदी दिख रही है, उससे कहीं कोई भी शंका नहीं दिखती किसी प्रकार की कटुता की, लेकिन ऊपर जैसी शांति नीचे कार्यकर्ताओ में नहीं है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और एक दौर में नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे शिवानंद तिवारी ने पार्टी कार्यालय में एक आयोजित बैठक में कह दिया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अब आश्रम में रह कर राजनीतिक कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देना चाहिए। विवाद बढ़ने पर यह सफाई दी कि वे पुरानी बातों को ही दोहरा रहे थे।

बहुत पहले उन्होंने नीतीश कुमार को यह सलाह दी थी। उनके कथन को बेहद गलत ढंग से पेश किया गया। लेकिन JDU संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से रहा नहीं गया। वो बोले कि नीतीश कुमार का इंतजार देश की जनता कर ही है। उन्हें अभी आश्रम जाने की जरूरत नहीं है। इसके बाद यह मामला समाप्त हो गया। इधर गुरुवार को जगदानंद सिंह ने नयी दिल्ली में कहा कि तेजस्वी यादव 2023 में बिहार के मुख्यमंत्री बन जाएंगे और नीतीश कुमार देश की राजनीति करेंगे।

एक तरह से उन्होंने समय भी तय कर दिया। इस बार भी JDU से कुशवाहा ही सामने आए और कहा कि जगदा बाबू का बयान उस पिता के एक्शन की तरह है, जो किसी अनहोनी के भय से अपने संतान की शादी जैसे-तैसे तो निपटा लेना चाहता है। असल में JDU के कुछ नेताओं को लग रहा है कि BJP की तरह RJD भी विधायकों की कम संख्या के नाम पर उसे बार-बार छोटे भाई का एहसास करा रहा है। BJP का ऐसा रुख ही अंतत: दोनों दलों में अलगाव का मुख्य कारण बना था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *