मां चराती थी बकरी..पिता करते थे बढ़ई का काम..बेटा IAS बन परिवार का सीना किया चौड़ा..
IAS Jayaprakash : सफलता किसी की मोहताज नहीं होती है जो भी घर और लगन के साथ अपने काम में मेहनत करता है उसे सफलता जरूर हासिल होती है सफलता की पृष्ठभूमि अमीरी और गरीबी से कहीं बढ़कर होती है एक ऐसी ही सफल कहानी है बिहार के पश्चिम चंपारण के जहां एक लड़का यूपीएससी की परीक्षा को पास कर आईएसएस बन चुका है इस लड़के की मां खेतों में बकरियां चलाएं करती है अब लड़का प्रशासनिक अधिकारी बन गया है
पिता बढ़ाई और मां चराती थी बकरी: कन्हैया साह पेशे से एक बड़ाही है उनका बड़ा बेटा जयाप्रकाश यूपीएससी की परीक्षा पास करके आईएसएस बन चुका है जयप्रकाश की मां बकरी चलाती है जयप्रकाश से मां से जब उसके बेटे की सफलता के बारे में पूछा गया तो उसने अपने ही भाषा में इसका जवाब भी दिया जो लोगों के दिलों को छू रही है, जयप्रकाश की मां का कहना है कि बाबू बड़का परीक्षा पास कइले बाने अब बड़का अफसर बन जहिये
बिहार के पश्चिमी चंपारण के जकोडिया गांव के रहने वाले जयप्रकाश का बचपन शुरू से ही अभाव में बीता था घर की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं थी उनके पिता पेशे से एक बड़े हैं जो घर के खर्च को चलाते थे सिर्फ 29 लोगों का हुआ है: यूपीएससी आईएएस की परीक्षा में देश भर से सिर्फ 29 अभ्यर्थियों को अंत में चुना गया जिसमें बिहार के पश्चिम चंपारण के जकोडिया ग्राम के जयप्रकाश शाह को 27 वां स्थान मिला, उनकी इस बड़ी सफलता से पूरे बिहार गर्व महसूस कर रहा है और परिजनों में एक खुशी की लहर दौड़ गई है कि अब उनका जीवन पहले के जैसा नहीं होगा क्योंकि उनका बेटा अब अफसर बन गया है जो सपने कन्हैया ने अपने बेटे के लिए देखे थे आज वह सपना पूरा होते दिख रहा है