Bihar के इन 5 जिलों में लगेंगे 26 लाख नए स्मार्ट प्रीपेड मीटर, अब बिजली से पहले देना होगा पैसा..

डेस्क : स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की दिशा में बिहार पूरे देश को एक नई राह दिखा रहा है। बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टॉलेशन को दो फेज में बांटा गया था। पहले फेज में शहरी क्षेत्रों में आठ लाख से भी ज्यादा स्मार्ट मीटर लगाकर बिहार इस मामले में देश में लगातार पहले स्थान पर बना हुआ है।

इसी महीने के पिछले हफ्ते में नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड एवं सिक्योर मीटर लिमिटेड के बीच कॉन्ट्रैक्ट हुआ है। जिसके तहत नॉर्थ बिहार के पांच जिले सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण के ग्रामीण क्षेत्रों एवं मुजफ्फरपुर के ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे।

बेगूसराय सहित अन्य पांच जिलों में लगाए गए 10 लाख से भी अधिक मीटर : इस कॉन्ट्रैक्ट का कार्य शुरू होने के बाद दूसरे फेज का कार्य शुरू हो जाएगा ।जिसके तहत सिक्योर मीटर लिमिटेड कंपनी के द्वारा कुल छब्बीस लाख स्मार्ट मीटर तीस महीने के समय के अंदर लगाने के टारगेट को पूरा किया जाएगा। इसी कंपनी के द्वारा सीतामढ़ी,शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण के ग्रामीण इलाकों तथा मुजफ्फरपुर के ग्रामीण और शहरी इलाकों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

इसके पूर्व 13 मई, 2022 को साउथ बिहार के कई जिलों जैसे भागलपुर, बांका, जमुई शेखपुरा बेगूसराय के शहरी क्षेत्रों में दस लाख स्मार्ट मीटर लगाने का कॉन्ट्रैक्ट जीनस पावर कंपनी के साथ किया गया था जो कार्य भी प्रगति में है।सिक्योर मीटर एनर्जी ना सिर्फ स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का कार्य करेगी। साथ ही साथ ऑडिट का कार्ड भी करेगी।

मीटर रिचार्ज खत्म होने के तीन दिन पहले से ही आने लगते हैं मेसेज : यह कंपनियां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम जिस तरह से अभियान चलाकर लगातार तेजी से पूरा कर रही हैं। इससे कंपनी के रेवेन्यू की वसूली की चिंता कम होती जा रही है। उपभोक्ताओं के बकाया बिजली बिल का झंझट खत्म हो रहा है। लेकिन गर्मी के समय में जिस तरह से अचानक से रिचार्ज खत्म होने पर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

यह काफी ज्यादा ज्यादा चिंता में डाल देने वाली बात हर किसी के लिए रहती है।लेकिन कोई उपभोक्ता अगर सतर्क रहें तो उस परिस्थिति से बचा जा सकता है क्योंकि मीटर का बैलेंस खत्म होने के तीन दिन पहले ही विभाग के द्वारा नियुक्त की गई कंपनी के द्वारा उसे मैसेज कर दिया जाता है। बैलेंस माइनस होने के दूसरे दिन 10:00 से 1:00 बजे दिन में के बीच बिजली का कनेक्शन काटा जाता है। हालांकि नेशनल हॉलिडे और संडे के दिन ऐसा नहीं किया जाता है ।इसलिए उपभोक्ताओं को इलेक्ट्रिसिटी कटने का इंतजार ना करते हुए जैसे ही मैसेज आए वैसे ही मीटर को रिचार्ज करवा लेना जरूरी रहता है, ताकि निर्बाध तरीके से विद्युत उपभोग कर सके।

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