डेस्क : इस वक्त बिहार का बहुचर्चित क्राइम मामला पानी की तरह साफ हो गया है, बता दें कि जिम ट्रेनर विक्रम की हत्या को लेकर अब पटना पुलिस ने सारी बातें साफ कर दी है। जिम ट्रेनर विक्रम को कुछ बदमाशों ने दिनदहाड़े गोली मार दी थी। ऐसे में अब पटना पुलिस खुशबू और उनके पति डॉ राजीव सिंह से कई जानकारियां निकलवा रही है। बता दें कि जब दोनों को जेल भेजा गया तो पहले दिन खुशबू जेल में कूलर ढूंढती नजर आई। ऐसे में उनको जेल की गर्मी बर्दाश्त नहीं हुई, फिलहाल के लिए खुशबू विक्रम को जिंदा नहीं देखना चाहती थी जिस वजह से उसने यह कदम उठाया।
जिन लोगों ने विक्रम को दिनदहाड़े गोली मारी उनका नाम अमन और विकास है। अमन और विकास को विक्रम की जानकारी खुशबू के पुराने मित्र मीहीर सिंह द्वारा दी गई थी। ऐसे में विकास और अमन को विक्रम की स्कूटी के नंबर तक का पता था। उन्हें यह भी पता था कि वह कब जिम जाता है और कब वापस आता है। जिम ट्रेनर की हत्या करने के लिए विकास और अमन जैसे कॉन्ट्रैक्ट किलर्स से मिहिर ने संपर्क किया था। जैसे ही विक्रम की मौत हुई तो यह जानकारी तुरंत खुशबू को दे दी गई थी।
ज्यादा जानकारी के लिए बता दें कि जब एस एस पी पटना ने खुशबू से सवाल किया कि आखिर तुमने विक्रम की हत्या क्यों करवाई ?तो उसने बताया कि उसने मेरे साथ 60,000 रूपए की धोखाधड़ी की थी। ऐसे में एसएसपी ने कहा कि कोई 60,000 हजार रूपए के लिए यह सब करता है, तो खुशबू चुप होकर बैठ गई। हालांकि खुशबू ने सपने में भी नहीं सोचा था कि वह कभी जेल जाएंगी। ज्यादा जानकारी के लिए बता दें कि खुशबू और उनके पति राजीव ने रात को दाल रोटी खाई और उन्हें जेल में काफी परेशान हुई। उन्होंने जेल वार्डन से डिमांड की थी की उनको अलग रखा जाए और कूलर दिया जाए। लेकिन कानून के तहत उनको ऐसी कोई सुविधा नहीं दी गई।