डेस्क : अगर आप बिहारवासी है तो यह खबर सुनकर उछल पड़ेंगे, क्योंकि खबरें ही ऐसी है। खासकर, यह खबर उन लोगों के लिए अच्छी खबर है, जो अपने भविष्य को अंधकार में कर जहरीली शराब का सेवन करते हैं। इसी के मद्देनजर बिहार मध्य निषेध विभाग ने एक बड़ा फैसला लिया है। नए फैसले के मुताबिक, अब शराब पीने वाले पियक्कड़ों जी नहीं भेजा जाएगा। जी नहीं भेजा जाएगा। चलिए आपको डिटेल में बताते हैं।
सुनिए..सुनिए.. उसके लिए भी कुछ शर्ते बनाई गई है। चलिए आपको वो शर्ते बताते हैं, आपको पहले पुलिस और मद्य निषेध विभाग को यह बताना होगा कि उन्होंने शराब कहां से पी है, उसके बाद बताए गए पते पर पुलिस और मध निषेध विभाग की टीम छापेमारी (Raid) करेगी, और यदि उनकी सूचना पर धंधेबाज पकड़े जाते हैं और शराब के अड्डे (Liquor Den) के बारे में जानकारी मिलती है तो ऐसे शराब पीने वालों को जेल नहीं भेजा जाएगा, यह अधिकार मद्य निषेध विभाग के अलावा पुलिस को भी होगा।
मध निषेध विभाग के जॉइंट कमिश्नर कृष्ण कुमार ने बताया कि जेलों में शराब पीने वालों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया गया है, दरअसल विभाग का मानना है कि शराब एक सामाजिक बुराई है, इसलिए शराब पीने वाले अगर शराब के धंधेबाजों के बारे में जानकारी देते हैं तो यह समझा जाएगा कि वो इस सामाजिक बुराई से समाज को बचाना चाहते हैं, ऐसा माना जा रहा है कि जिस तरह से राज्य के जेलों में शराब पीने वाले कैदियों की संख्या बढ़ी है उसके मद्देनजर मद्य निषेध विभाग ने यह बड़ा फैसला लिया है।