डेस्क : गायक Bappi lahiri (बप्पी लाहिड़ी)का आज मुंबई में निधन हो गया। डिस्को किंग के नाम से मशहूर बप्पी के निधन से आज पूरी इंडस्ट्री सदमे में है। बप्पी ने न केवल हिंदी में बल्कि बंगाली, तमिल, तेलुगु और अन्य भाषाओं में भी गाने गाए।संगीत उद्योग ने lata mangeshkar के बाद आज फिर एक प्रतिभाशाली गायक खो दिया है। आपको बता दें कि बप्पी लाहिड़ी का असली नाम आलोकेश लहरी है लेकिन इंडस्ट्री में उन्हें बप्पी लाहिड़ी के नाम से जाना जाता है।
बप्पी लाहिड़ी का जन्म एक बंगाली परिवार में हुआ था। उनके पिता अपरेश लाहिड़ी और माता बंसुरी लाहिड़ी थीं। दोनों शास्त्रीय संगीत और श्यामा संगीत में बंगाली गायक और संगीतकार थे। बप्पी उनकी इकलौती संतान थे। गायक किशोर कुमार भी बप्पी लाहिड़ी के रिश्तेदार थे। वह उसके चाचा की तरह लग रहा था। बप्पी को भी बचपन से ही संगीत में रुचि थी। उन्होंने 3 साल की उम्र में तबला बजाना सीखना शुरू कर दिया था। उन्हें उनके माता-पिता ने ही प्रशिक्षित किया था।
संगीत कैरियर की शुरुआत
बप्पी को पहली बार बांग्ला फिल्म दादू और हिंदी उद्योग में फिल्म नन्हा शिकारी के साथ संगीतकार के रूप में काम करने का मौका मिला। लेकिन हिंदी इंडस्ट्री में उन्हें जो पहचान मिली वह फिल्म Ghakmi ग़कमी से थी, जिसमें उन्होंने न सिर्फ कंपोज़ किया बल्कि एक गाना भी गाया था. इसी फिल्म से उन्हें शोहरत मिलने लगी और उन्होंने हिंदी म्यूजिक इंडस्ट्री में अपना जलवा दिखाना शुरू कर दिया। बप्पी उस समय अपने शानदार काम से एक युवा संगीत निर्देशक बन गए थे। उसे कम समय में ही सफलता मिल गई।
बप्पी दा के हिट गाने
बप्पी ने चलते चलते, डिस्को डांसर, तम्मा-तम्मा लोगे, याद आ रहा है, ओ लाल दुपट्टा वाली, एक तम्मा जीने की, तूने मारी एंट्रीज और शराबी जैसे हिट गाने दिए हैं। बप्पी के गायन की खास बात यह है कि वह आज की पीढ़ी के लिए भी उत्तम गीत गाते थे। आखिरी बार उन्होंने टाइगर श्रॉफ की फिल्म Baaghi 2 में bankas गाना गाया था जिसे खूब पसंद किया गया था।
बप्पी दा का परिवार
बप्पी दा की शादी चित्रानी लाहिरी से हुई थी और उनके दो बच्चे हैं, एक बेटा बप्पा लाहिरी और बेटी रेमा लाहिरी। बप्पी लाहिड़ी का पसंदीदा quote हुआ करता था “सोना मेरे भगवान हैं” । यही वजह है कि वह खूब सोना पहनते थे। वह अपने सोने के गहनों के लिए भी काफी प्रसिद्ध थे।