चलती ट्रेन में भूलकर भी न करें ये गलती, हो सकता है भारी चालान – जाना पड़ सकता है जेल

डेस्क : भारतीय रेलवे को देश की लाइफ लाइन यूं ही नहीं कहा जाता है अगर ये रूक जाए तो लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. भारत के प्रतिदिन लाखों लोग ट्रेन के सहारे अपना काम कर रहे हैं. और अगर यही ट्रेन 15 मिनट भी देर हो गयी तो लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ती हैं तो सोचने वाली बात यह है कि अगर लोगों की एक छोटी सी गलती की वजह से यह लाइफ लाइन प्रभावित हो जाए तो लोगों को कितनी समस्या का सामना करना पड़ा सकता है. बता दें कि ट्रेन में एक इमरजेंसी चेन होती है, जिसे खींचने से ट्रेन रुक जाती है.

इसको लेकर रेलवे भी सख्त है और रेलवे चेन को बिना किसी इमरजेंसी के खींचना एक कानूनन अपराध मानती है. इस नियम का उल्लंघन होने पर आपको जेल की सजा या जुर्माना भी लगाया जा सकता है. रेलवे अधिनियम की धारा 141 के तहत अगर कोई यात्री बिना किसी ज़रूरी कारण के अलार्म चेन को खींचता है तो उस व्यक्ति पर 1,000 रुपये का जुर्माना या फिर एक या उससे अधिकतम साल की जेल होने का प्रावधान है.

जानें किस स्थिति में चेन खींचना है कानूनन सही
-अगर कोई यात्री की उम्र 60 साल से ज्यादा हो या कोई 14 साल से छोटा बच्चा छूट जाए और ट्रेन चल दे.
-ट्रेन में आग लग जाए.
-बुजुर्ग या दिव्यांग व्यक्ति को ट्रेन में चढ़ने में वक्त लगे तो चेन खींच सकते हैं.

  • बोगी में किसी की तबियत ज्यादा बिगड़ जाए.
  • या फिर अगर ट्रेन में चोरी की घटना या डकैती हो.

कुछ लोग कहते हैं कि chain pulling करने से ट्रेन पर कोई भी इफ़ेक्ट नहीं पड़ता हैं और रेलवे अपनी मनमानी करता है। पर आपको यह बात पता होनी चाहिए कि कारण अगर सही हो तो chain pulling करने में कोई हर्ज नहीं लेकिन गलत तरीके से या बेवजह करने से नुकसान होता हैं। ट्रेन की चेन ट्रेन के मेन ब्रेक पाइप के साथ जुड़ी होती हैं, इन पाइपों में ही हवा रहती हैं, अगर चेन फोर्सफुली pull किया गया तो हवा निकल जाती हैं और ऐसे में ट्रेन की गति भी धीमी हो जाती हैं और 3 बार लोको पायलट हॉर्न बजाते हुए ट्रेन रोक देता हैं।

Leave a Comment