डेस्क : देश में गरीबी का आलम कुछ ऐसा है कि अगर आप चौराहे पर निकल जाए तो आपको हर चौराहे पर कोई ना कोई भीख मांगता नजर आ ही जाएगा। आप अक्सर ही उन लोगों को देखकर सोचते होंगे कि आखिर वह कितने करीब है। लेकिन, आपको बता दें कि इस वक्त भारत में भिखारियों की कमी नहीं है और यह भिखारी तो एक आम आदमी जितना पैसा कमाता है उसका 3 गुना कमाई करते हैं। ऐसे में आज हम बात करने वाले हैं 4 सबसे अमीर भिखारियों की जिनके बारे में कहानी सुनकर दंग रह जाएंगे आप।
भारत के भिखारी ऐसे वैसे नहीं बल्कि सुपर भिखारी हैं। इनको सुपर भिखारी इसलिए बोला जाता है क्यूंकि इनके पास बहुत बड़ा फ्लैट है और उनके नाम पर बेशुमार संपत्तियां हैं। ऐसे में उनके पास एक बहुत ही बड़ा बैंक बैलेंस खड़ा है। लेकिन, फिर भी वह सड़कों पर भीख मांगते हैं। कुछ समय पहले तो कोर्ट के द्वारा यह फैसला आया था कि आर्टिकल 19(1) के तहत भीख मांगी जा सकती है फिलहाल यह एक चर्चा का विषय है। लेकिन ऐसे लोगों की भारत में कमी बिल्कुल भी नहीं है जो भीख मांग कर अपना गुजारा ही नहीं बल्कि ऐश और आराम की जिंदगी जी रहे हैं।
सुपर अमीर भिखारियों की लिस्ट में सबसे पहले नाम आता है भरत जैन का, वह मुंबई में भीख मांगते हैं और रिपोर्ट के मुताबिक उनके पास दो फ्लैट है। इनकी कीमत 7 लाख प्रति फ्लैट है। उनके पास 1 करोड़ 40 लाख की कुल संपत्ति है वह हर महीने भीख मांगते हैं और करीब 75 से 80000 तक जमा कर लेते हैं।
दूसरे नंबर पर सुपर अमीर की लिस्ट में महिला का नाम शामिल है जिसका नाम लक्ष्मी है। लक्ष्मी ने मात्र 16 वर्ष की उम्र से भीख मांगना शुरू कर दिया था और भीख मांगते-मांगते उसकी आमदनी इतनी ज्यादा बढ़ गई कि वह आम आदमी की जेब में आने वाली 1 महीने की तनख्वाह से ज्यादा पैसा कमाने लगी। वह भीख मांग कर पूरे दिन में 1500 रुपए कमा लेती है ऐसे में 50 हजार से ऊपर कमाना उसके लिए आम बात है।
भिखारियों की लिस्ट में बिहार का नाम भी शामिल है। बता दे कि यहां पर दुनिया का सबसे अमीर भिखारी रहता है। इस भिखारी की टांग रेलवे स्टेशन पर टूट गई थी। इसके चलते उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया और जबसे फ्रैक्चर हुआ, उसके बाद से उसने भीख मांगने को अपना पेशा बना लिया और एक रिपोर्ट के मुताबिक़ पप्पू के पास डेढ़ करोड़ रुपए की संपत्ति है।
बता दें कि 2019 में एक रेल घटना हुई थी जिसमें चंद्र आजाद का एक्सीडेंट हो गया था इस एक्सीडेंट के चलते उनकी जान चली गयी। एक्सीडेंट से पहले वह भीख मांगते थे। भीख मांग कर उन्होंने अपने खाते में 9 लाख रूपए जमा कर लिया और डेढ़ लाख से भी ऊपर का पैसा अपने पास नकद जमा कर रख लिया। ऐसे में एक रेल हादसे की वजह से उनकी जान चली गई और यह सारी संपत्ति पुलिस वालों ने सरकार के नाम कर दी।