लीना मनिमेकलाई ने अपनी डॉक्यूमेंट्री “काली” के जरिए किया देवी-देवताओं का अपमान, लोग बोले गिरफ्तार करो इस शैतानी गिद्ध को

फिल्ममेकर लीना मनिमेकलाई (Leena Manimekalai) की डॉक्युमेंट्री फिल्म ‘काली’ को लेकर देश में आक्रोश फूट पड़ा है। इसे ‘ईश निंदा’ का मामला बताकर लीना को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग उठने लगी है।फिल्म के पोस्ट में मां काली को सिगरेट पीते दिखाया गया है। इतना ही नहीं काली माता के हाथ में LGBTQ का झंडा भी दिखाया गया है। लीना ने सबसे पहले यह पोस्टर 2 जुलाई को ट्विटर पर शेयर किया था।

अकसर विवादास्पद मुद्दों में दखलअंदाजी करती रही हैं लीना की यह फिल्म शुरू से ही विवादों में रही है। 28 जुलाई को लीना ने एक पोस्ट शेयर करते लिखा था-यह स्क्रीनिंग मेरे लिए बहुत खास है। सितंबर 2021 से अपनी खुद की फिल्म की स्क्रीनिंग में भाग लेने के लिए यात्रा करना एक चुनौती बन गई थी। मुझे अपना पासपोर्ट वापस पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट सहित 4 लोकल अदालती मामलों में लड़ना और जीतना पड़ा, जो कि विचित्र #metoo मानहानि मामले के आधार पर जब्त किया गया था। लीना ने एक फेसबुक पोस्ट में तमिल फिल्म निर्देशक सूसी गणेशन पर #metoo का आरोप लगाया था। इसमें कहा गया था कि 2005 में अपनी कार में घर छोड़ने की पेशकश के बहाने गणेशन ने उन्हें अपने साथ अपार्टमेंट में जाने के लिए मजबूर किया। लीना को तभी जाने दिया, जब अपनी सुरक्षा के लिए चाकू निकाला और उसे धमकाया।

लीना ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर की के समर्थन में भी tweet कर चुकी हैं। NWMIndia ने जुबैर के समर्थन में एक tweet किया था, लीना ने उसे रीट्वीट किया था। जुबैर पर हिंदु आस्थावानों की भावनाएं भड़काने का आरोप है। सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक पोस्ट के बाद 27 जून को दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था। इस समय वो ज्यूडिशल कस्टडी में है। लीना इससे पहले वरवर राव, सुधा भारद्वाज,उमर खालिद, संजीव भट्ट, तीस्ता सीतलवाडी, आनंद तेलतुम्बडे, इशरत जहां, देवांगना कलिता, नताशा नरवाली, आरबी श्रीकुमार, दिशा रवि, गौतम नवलखा, वर्नोन गोंसाल्वेस, शरजील इमाम, स्टेन स्वामी के खिलाफ पुलिस केस का विरोध कर चुकी हैं। उन्होंने एक रीट्वीट के जरिये केंद्र सरकार पर फासीवादी होने का आरोप लगाया

सोशल मीडिया पर छिड़ा विवाद इसे तुरंत हटाएं और माफी मांगे। यह विशुद्ध रूप से मां काली का अपमान है। तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ? लीना मणिमेकली को गिरफ्तार को। शर्मनाक और निंदनीय। आप जैसे बीमार लोगों के कारण हम गैरकानूनी होने के लिए मजबूर हो जाएंगे। आप हमारी देवी को इस तरह कैसे चित्रित कर सकते हैं? वह सर्वोच्च शक्ति हैं, जिसकी हम पूजा करते हैं। मैं इस सुप्रीम काली से प्रार्थना करता हूं कि करोड़ों लोगों की धार्मिक भावनाओं का मजाक उड़ाने के लिए आपका विनाश कर दें।

यस, यह पोस्टर और मा काली की पोस्ट तुरंत हटाई जानी चाहिए। इस शैतानी गिद्ध (satanic vulture) को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए, बिना बेल के।

हमें हिंदू देवी काली का मजाक उड़ाने के लिए इस फिल्म का विरोध और बैन लगाने की मांग करनी चाहिए। अगर अतीत में देखें, तो पीके फिल्म ने भगवान शिव का मजाक उड़ाया और किसी ने आपत्ति नहीं की। उसने अन्य मूवी प्रोडक्शन कंपनियों को देवताओं का मजाक उड़ाने वाली नई फिल्में बनाने के लिए उत्तेजित किया। अब और सहन नहीं करेंगे।

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