छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सली और जवान में मुठभेड़, 24 जवान शहीद, 21 जवान लापता

डेस्क: शनिवार को छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बीजापुर जिले में जवान और नक्सलियों के साथ हुए भीषण मुठभेड़ में  24 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं। तथा 21 जवान लापता होने की सूचना मिल रही है। मीडिया कर्मी के अनुसार गांव के करीब और जंगल में शहीद जवानों के शव बरामद किए गए हैं।

डीजीपी डीएम मीडिया को बताया कि फिलहाल अभी दो शव निकाले गए हैं। और 20 शव घटनास्थल पर ही हैं। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह नक्सली हमले के मद्देनजर असम में अपने चुनाव प्रचार अभियान बीच में ही छोड़कर दिल्ली लौट रहे हैं। वह तीन रैलियों में से एक को संबोधित करने के बाद लौट रहे हैं। घटनास्थल पर से नक्सलियों के के द्वारा करीब दो दर्जन से ज्यादा हथियार लूट लिए गये है। और साथ ही जवानों के जूते और कपड़े भी लेकर चले गए हैं। इससे पहले शनिवार को पुलिस ने 5 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की थी। और 21 जवान लापता बताए जा रहे थे।

गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल से की बातचीत

इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुठभेड़ के संबंध में छत्तीसगढ़ के मख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात की। गृह मंत्री के आदेश पर सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह स्थिति का जायजा लेने के लिए आज सुबह छत्तीसगढ़ पहुंचे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज शाम तक असम से छत्तीसगढ़ लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात हुई। उन्होंने सीआरपीएफ महानिदेशक को राज्य में भेजा है। 

30 जवानों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया

जानकारी के अनुसार इनमें से 23 घायलों को बीजापुर अस्पताल में और 7 को राजधानी रायपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। एक रिइंफोर्समेंट पार्टी को मुठभेड़ स्थल पर भेजा गया है। दर्जनभर से ज्यादा नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। 

15 नक्सलियों मारे जाने की बात कही जा रही है।

बस्तर आईजी सुंदरराज ने बताया घटनास्थल के आसपास अभी भी नक्सलियों के मौजूदगी की आशंका है। ऐसे में रिइंफोर्समेंट पार्टी सावधानी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कोबरा बटालियन के एक जवान की शहादत की जानकारी दी थी। एक महिला नक्सली का शव बरामद होने की भी खबर दी। साथ ही उन्होंने कम से कम 15 नक्सलियों के मारे जाने की बात कही थी। 

नक्सल प्रभावित अभियान के तहत हुआ था मुठभेड़ 

छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक डीएम ने बताया नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों की एक संयुक्त टीम की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुआ। पिछले 10 दिनों से छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों को प्रतिबंधित सीपीआई के एक शीर्ष नक्सली मादवी हिडमा के ठिकाने के बारे में जानकारी मिल रही थी। उसका नाम 2013 के झीरम घाटी में हुए हमलें सहित कई बड़े हमलों से जुड़ा हुआ है। वर्ष 2013 में झीरम घाटी नक्सली हमले में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं सहित 30 से अधिक लोग मारे गए थे।

छत्तीसगढ़ राज्य दूसरी बड़ी नक्सली वारदात

आपको बता दें कि आज से पिछले 10 दिन पहले भी नक्सलियों द्वारा दूसरी बड़ी नक्सली वारदात दी गई थी। 23 मार्च को नारायणपुर जिले में सुरक्षाकर्मियों को ले जा रही एक बस को नक्सलियों के द्वारा आईडी बम से उड़ा दिया था। पिछले साल 21 मार्च को सुकमा जिले के मिंपा इलाके में एक नक्सली हमले में डीआरजी के 12 सहित 17 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।

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