डेस्क : हाल ही में रेलवे मंत्री ‘Ashwini Vaishnaw’ ने भारतीय रेलवे में मिलने वाले बुजुर्गों के किराए मे छुट पर बात की है.भारतीय रेलवे ने दो साल पहले covid-19 के चलते बुजुर्गों को दी जाने वाली छूट को खत्म कर दिया था। pandemic के दौरान रेलवे के आर्थिक संकट को कम करने के लिए उठाया गया यह कदम अब तक खतम नहीं हो पाया है.
अब सवाल यह उठता है कि देश मे महामारी का प्रकोप अब थम गया है और Railway अपनी पूरी क्षमता से चल रहा है तो फिर रेल यात्रा में बुजुर्गों यानि senior citizens को दी जाने वाली छूट कब से शुरू होगी? आपको बता दे, ट्रेन से यात्रा करने वाले करोड़ों वरिष्ठ रेल यात्रियों( senior citizens ) के लिए यह निराशाजनक खबर है कि अभी किसी प्रकार की छुट मिलने पर विचार नही किया गया है.केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा में बताया कि रेलवे द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली रियायतों पर तत्काल रोक लगी रहेगी.
इसका सीधा सा मतलब है कि ट्रेन से यात्रा करने वाले वरिष्ठ नागरिकों को फिलहाल किराए में कोई छूट नहीं मिलेगी और उन्हें अन्य यात्रियों की तरह पूरा किराया देना होगा. जब 2020 में देश में कोरोना की पहली लहर आई तो सरकार ने यात्री ट्रेन सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया। हालांकि, कुछ समय बाद सरकार ने यात्री सेवाएं देना शुरू किया। लेकिन जब ट्रेन सेवा शुरू हुई तो रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों या बुजुर्ग यात्रियों को छूट देना बंद कर दिया था.
अभी केवल 3 श्रेणी के यात्रियों के लिए छुट : उपलब्धकोरोना काल में यात्री ट्रेन सेवाएं जब फिर से शुरू हुआ था तब railway ने बुजुर्गों के लिए यात्री ट्रेन सेवा बंद कर दी गई थी। फिल्हाल रेलवे ने कुछ श्रेणियों में यात्रियों के लिए किराए मे रियायत शुरू कर दिए हैं। कोरोना काल में रेल सेवाओं की बहाली के बाद से अब तक 4 श्रेणी के विकलांग छात्रों, 11 प्रकार की गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों और को रियायत दिया गया है. जब कोरोना काल में रेल सेवाएं बाधित रहीं थी, तब रेलवे को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। टिकटों की बिक्री बंद होने से यात्री किराए से होने वाली कमाई भी ठप हो गई।
हालांकि यह सेवा बाद में शुरू की गई थी, लेकिन ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में अब काफी कमी आई है। आज भी लोग ट्रेन से तभी सफर करते हैं जब उन्हें बहुत जरूरत होती है। नतीजतन, ट्रेनों में यात्रियों की कमी हो रही है, जिससे भारतीय रेलवे के राजस्व पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। भारतीय रेलवे 58 वर्ष से अधिक आयु की महिला यात्रियों और 60 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष यात्रियों को किराए मे छुट देता था। यात्रियों को दी जाने वाली रियायतों का भार भारतीय रेलवे पर पड़ता है। इसलिए रेलवे ने फैसला किया है कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए ट्रेन के किराए पर प्रतिबंध लागू रहेगा और उन्हें अन्य यात्रियों की तरह पूरा किराया देना होगा. आपको फिर से बता दे यह जानकारी केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी है.