सुलतानगंज में लगेगा श्रावणी मेला, कोरोना के कारण दो साल से नही हुई थी कोई तैयारी

जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन भी है तैयार : पौराणिक कथाओं के अंतर्गत सबसे पहले भगवान श्रीराम ने सुल्तानगंज से ही जल भरकर देवघर की यात्रा को पूरा कर के बैद्यनाथ धाम में जल अर्पण किया था. यहां उत्तरवाहिनी गंगा है, कोरोना के दो साल बाद इस वर्ष मेले का आयोजन किया जाएगा, ऐसे में तैयारियां भी बहुत तेज़ी से चल रही है. जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने मेले को लेकर कमर कस ली है. कांवरियो के रास्ते व शौचालय निर्माण का काम भी चल रहा है.

कांवरियों को मिलेगी नई सुविधाएं : इस वर्ष कांवरियों के की नई सुविधाएं भी है. जहाज घाट पर नमामि गंगे परियोजना की तहत 10 करोड़ की लागत घाट का निर्माण करवाया गया है. पहले की तुलना मे अब गंगा घाट का क्षेत्रफल बढ़ जाने से कांवरियों को जल भरने में कोई असुविधा नही होगी. महिलाओं के लिए भी अलग से चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था की गई है. इस वर्ष मेले के आयोजन होने की वजह से स्थानीय लोगों में तो खुशी है ही साथ ही दुकानदार भी खुश है क्योंकि इनकी आजीविका दुकान पर ही निर्भर रहती है. इस बार काफी भीड़ लगेगी और तैयारियां भी अच्छी चल रही है हर जगह काम हो रहा है. विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले का आयोजन एक महीने बाद होगा। सुलतानगंज में तैयारियां शुरू भी हो गयी है। कांवरियों को इस वर्ष नई सुविधाएं भी मिलेंगी. कांवरिये हर बार 105 किलोमीटर की लंबी दूरी को तय करके देवघर बैद्यनाथ धाम में जल अर्पण करते हैं.

कांवरिया पथ का कार्य प्रगति पर : गंगा घाटों पर बैरिकेडिंग के साथ ही कई तरह के अन्य निर्माण कार्य भी होने हैं. जिलाधिकारी ने बताया सब व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है. कांवरिया पथ पर कार्य चल रहा है. मेला प्रारंभ होने से एक सप्ताह पहले सारे काम पूरे हो जाएगे । इस वर्ष ज्यादा कांवरियों के आने की संभावना है तो 2 साल से नही हुआ था मेले का आयोजन

सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात ने यह बात कही कि मेले को लेकर हम पूरी तरह तैयार है. मेले में भीड़ के लिए व पार्किंग व्यवस्था रहेगी इसको लेकर काम चल रहा है.जगह जगह सीसीटीवी लगाए जाएंगे, सुलतानगंज गंगा घाट से कांवरिया पथ तक महिला पुलिस बल व पुरुष पुलिस बल तैनाती के साथ ही मेले में सिविल ड्रेस में भी पुलिस बल की तैनाती रहेगी. असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रहेगी. 2 साल बाद मेले का आयोजन होना तय है.

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