डेस्क : हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना 71 वां जन्मदिन मनाया है। इस शुभ अवसर पर उनको अलग-अलग जगह से शुभकामनाएं मिली। बता दे कि देश ही नहीं विदेश से भी उनको लोगों ने लंबी उम्र की दुआएं भेजीं। हर जगह नरेंद्र मोदी की चर्चा हो रही थी। नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर रिकॉर्ड तोड़ वैक्सीनेशन किया गया है, बताया जा रहा है कि दो करोड़ से ऊपर वैक्सीन नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर लगाई गई। नरेंद्र मोदी का जन्मदिन 17 सितंबर 2021 को था। यदि उनके काम की बात करें, तो बीते कार्यकाल से उन्होंने कोई भी ऐसा दिन नहीं अवकाश के रूप में नहीं लिया। वह शुरू से ही राष्ट्रवाद और देश हित की बातें करते नजर आए हैं।
ऐसे में अब लोग उनके बचपन का नाम जानना चाह रहे हैं। यदि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शिक्षा के बारे में बात करें तो उन्होंने बताया कि वह विवेकानंद की किताबें लाइब्रेरी में जाकर पढ़ते थे। वह महापुरुषों से बेहद ही ज्यादा प्रभावित है। वह जब भी लाइब्रेरी में जाते तो विवेकानंद की पुस्तकों को पढ़ा करते थे। इस वजह से आज के समय में वह विवेकानंद को सर्वश्रेष्ठ व्यक्तियों में से एक मानते हैं। उनके एक टीचर ने बताया कि युवा नरेंद्र घंटों किताबों में डूबे रहता था। वह अपने पहले शिक्षिक को नहीं भूले हैं, जिन्होंने उन्हें पढ़ना लिखना सिखाया था। ज्यादा जानकारी के लिए बता दे कि नरेंद्र मोदी ने लाइब्रेरी बनवाने के लिए 4 करोड रुपए की मंजूरी दी है। अब इस लाइब्रेरी में भारत का भविष्य इतिहासकारों के बारे में जानकारी लेगा।
जब पीएम नरेंद्र मोदी छोटे थे तो उनके टीचर उनको नरिया कहकर बुलाया करते थे। नरेंद्र मोदी ने वार्डनगर के बी एन हाई स्कूल में पढ़ाई की है। जब वह पढ़ाई करते थे तो उनकी टीचर उनको नरिया के नाम से बुलाती थी। नरेंद्र मोदी के टीचर का नाम प्रहलाद पटेल है, प्रहलाद पटेल अब रिटायर हो चुके हैं और वह तसल्ली की जिंदगी जी रहे हैं। उन्हें अब इस बात पर गर्व है कि उनके द्वारा सींचा गया पौधा, इस वक्त फल-फूल रहा है।
नरेंद्र मोदी के टीचर ने बताया कि जब मैं 9वीं 10वीं 11वीं कक्षा को पढ़ाता था तो वह मेरे पास चला आता था और कहता था कि मुझे प्रतियोगिता में हिस्सा लेना है।इसके बाद जब वह बड़ा हुआ तो दोबारा मेरे पास आया और कहने लगा कि मुझे देख कर आपको कुछ याद आ रहा है? लेकिन मुझे कुछ याद नहीं आया। तब उसने बताया कि मैं नरेंद्र, जिसे आप नरिया कहकर बुलाते थे, बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी बचपन से ही गुजराती और संस्कृत पढ़ने का शौक रखते हैं।