जय श्री राम बोलने से आखिर क्यूँ फूट पड़ता है ममता दीदी का गुस्सा – नुसरत ने की पूरी बात क्लियर

डेस्क : अक्सर ही बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की रैली में उनके ना चाहने वाले लोग घुस जाते हैं। फिर उन लोगो द्वारा जय श्री राम के नारे लगते हैं इन नारों की वजह से ममता बनर्जी को काफी परेशानी होती है। और यह बात आजकी नहीं बल्कि काफी पुरानी है की वह जय श्री राम के नाम से थोड़ा खफा हो जाती हैं।

हाल ही में बंगाल मेमोरियल में एक सभा आयोजित हुई थी जहाँ पर वह जनता को सम्बोधित करने आयी थी। इस सभा में पीएम नरेंदर मोदी भी मौजूद थे। जैसे ही ममता बनर्जी को बोलने का मौक़ा मिला तो लोगो ने जय श्री राम का नारा लगाना शुरू कर दिया जिस पर वह नाराज होकर बोली की ये कोई पोलिटिकल रैली नहीं है। मैं आगे अब कुछ नहीं बोलना चाहती इतना कहकर वह वहां से चली गईं।

ऐसे में बंगाल की संसद और अभिनेत्री नुसरत जहाँ का कहना है की अगर एक ही नारा बार बार लगाया जाएगा तो उससे परेशानी होना लाजमी है। वह कहती हैं की हमें राम के नाम से कोई परेशानी नहीं है लेकिन 23 जनवरी को नेताजी का जन्म समारोह होता है और इस दिन भी भाजपा के कार्यकर्ताओं ने अपनई राजनितिक रोटियाँ सेंकी। यह सही नहीं है। राम के बजाय और भी भगवान् है उनका नाम क्यों नहीं लेते ? अगर जय श्री राम भाजपा का स्लोगन नहीं है तो माँ माटी मनुष्य भी टीएमसी का स्लोगन नहीं है।

किसानों के मुद्दे को लेकर भी नुसरत जहाँ ने चर्चा की और कहा की किसानो का हक़ छीना जा रहा है जिस पर पीएम नरेंद्र मोदी कोई प्रक्रिया नहीं दे रहे हैं। शुरू से ही यह सरकार कमजोर लोगो को अपना निशाना बना रही है। ऐसे नहीं चलेगा। बंगाल में आयोजित चुनाव दीदी ही जीतेंगी और टीएमसी बंगाल में जमकर विकास करती आई है और करती रहेगी। दीदी बंगाल के लोगो के लिए पूरे जोरों शोरों से लड़ रही है और आगे भी लड़ती रहेंगी।

Leave a Comment