क्यों रोका गया गेंहू का निर्यात, रोक लगते ही बढ़ गया 100 रुपए तक दाम
Wheat Export: गेंहू का निर्यात जब से रुका है, इसके दाम में भी 100 रुपए तक का इजाफा होगया है। पहले की कीमत 2100 रुपए से बढ़कर 2200 रुपए तक कि हो गई हैं।केंद्र सरकार ने जब से गेंहू के निर्यात पर रोक लगाई हैं तब से किसानों ने स्टोरेज करना शुरू कर दिया हैं। इस रोक के बाद से गेंहू की कीमत 2100 से बढ़कर 2200 रुपए तक बढ़ गया ऐसे में किसानों के चेहरे में खुशी साफ दिख रही हैं। यहीं नहीं इस साल सरकार ने गेंहू का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2015 रुपए तक निर्धारित किया हैं।
बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले के ज्यादातर किसानों में खुशी की लहर हैं एक तो गेंहू की निर्यात पर रोक इससे दामों में 100 रुपए तक का इजाफा हो गया है और यह दाम और बढ़ेगे इस उम्मीद में किसानों ने पैदावार स्टोर करना शुरू कर दिया। अब केंद्र सरकार से सीधे तौर पे गेहूं खरीदी जाती हैं और मनचाहे रेट से नगद पैसे लेकर किसान गेंहू को बेच रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन ने इस कदम को बताया सराहनीय : BKU के सचिव संतोष सिंह ने सरकार के इस कदम को बताया सराहनीय। उन्होंने कहा कि अब किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस साल काफी तकलीफ़े झेलने को मिली हैं क्योंकि रूस और यूक्रेन के युद्ध के चलते गेंहू निर्यात पर काफी असर पढ़ा हैं। भारत देश का 40 प्रतिशत तक गेंहू निर्यात इन देशों से होता हैं और भारत खुद भी पड़ोसी देशों को गेंहू का निर्यात करता हैं। इसके साथ ही गेंहू की पैदावार भी इस साल काफी कम हुई हैं, और किसानों ने तिलहन उत्पादन पर ज्यादा काम किया। ऐसे में देश एक बड़े संकट में ना पड़े इसलिए सरकार का यह कदम सराहनीय हैं।
3000 तक बढ़ सकते है गेंहू के दाम : ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया जब गेंहू का दाम सरकारी रेट से ज्यादा में बिक रहा हो ऐसे में कम पैदावार के चलते यह दाम 3000 तक बढ़ सकते हैं। यही कारण हैं कि किसानों ने गेंहू को स्टोर करना शुरू करदिया हैं। अब किसान बाज़ार में उतना ही पैदावार लेकर जा रहे हैं जितने में उनको मुनाफा हो सके। किसानों ने दूसरी फसलों की तरफ भी अपना रुक मोढ़ा है जैसे कि तिलहनी और दलहनी जैसी फसलें जिसमें किसानों को काफी अच्छा दाम मिल रहा हैं।आटा मिलों में भी बढ़े हुए दाम से गेंहू बिक रही हैं। इसवक्त 100 क्विंटल प्रति घण्टे बाज़ार रेट पर खरीदी जा रही हैं। ऐसे में किसान इसको काफी अच्छे दामों में बेच कर मुनाफा कमा रहे हैं। यहां एक दिन में 70-80 क्विंटल प्रति दिन आटा बिक जाता हैं।