14 घंटे की नौकरी…समय बचाकर की पढ़ाई, बन गई UPSC टॉपर, जानें – सफलता की कहानी

न्यूज डेस्क: IAS बनने के लिए उम्मीदवार कड़ी मेहनत करते हैं। इनमें से कईयों का सपना साकार हो पाता है तो कई सपने से पीछे छूट जाते हैं लेकिन यूपीएससी मेहनत करने वालों को कभी पीछे नहीं छोड़ता। आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसे आईएएस अधिकारी की जो मेडिकल की पढ़ाई करने के साथ-साथ पहले अटेम्प्ट में यूपीएससी की परीक्षा में रैंक हासिल कर ली। इनका नाम अक्षिता गुप्ता है। अक्षिता संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 69वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस ऑफिसर बन गई है।

अंबाला जिले के बराड़ा शहर की रहने वाली अक्षिता के पिता पवन गुप्ता संस्कृत स्कूल के प्रधानाचार्य हैं और माता गणित की लेक्चरर के तौर पर कार्यरत हैं। वर्तमान में इनका परिवार चंडीगढ़ में निवास कर रहा है। अक्षिता ने अपनी मेहनत और लगन से माता-पिता समेत पूरे हरियाणा का नाम रोशन की।

हरियाणा के पंचकूला की रहने वाली अक्षिता चंडीगढ़ के सरकारी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एमबीबीएस कर रही थी। अक्षिता ने कहा, “कॉलेज के तीसरे साल में मुझे एहसास हुआ कि मैं चीजों को बड़े नजरिए से देखना चाहती हूं। इसलिए, मैंने यूपीएससी सीएसई परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर दी; मैंने अपने वैकल्पिक विषय की तैयारी स्वयं की।”

आईएएस अधिकारी 14 घंटे के काम के बीच 15 मिनट का ब्रेक लेकर अस्पताल में पढ़ाई करता था। उनका ध्यान उन विषयों की तैयारी और रिवीजन पर था, जिनमें उनके अच्छे अंक नहीं आए थे। मेन्स में अपनी वैकल्पिक परीक्षा के लिए, उन्होंने ऐसे विषय तैयार किए जिनमें सर्जरी और शरीर रचना जैसे अधिक प्रयास की आवश्यकता थी।

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