अपने छोटे कद के बावजूद किसी के आगे नहीं झुकी, लोगों के तानों को बनाई ताकत और बनी देश की पहली कम हाइट की वकील
डेस्क : अक्सर हमने देखा है कि जिनकी लंबाई और चौड़ाई ज्यादा होती है उनको लोग ज्यादा तवज्जो देते हैं। पुरुषों की लंबाई चौड़ाई समाज में एक अलग जगह बनाती है। वहीं दूसरी ओर लोगों को ऐसा लगता है कि महिलाओं की लंबाई से कुछ नहीं होता लेकिन ऐसा नहीं है दरअसल लंबाई से मार खाई हुई महिलाएं भी समाज की गंदी नजर और हीन भावना का शिकार होती हैं। आज हम बात करने वाले हैं ऐसे ही एक महिला के बारे में जिनकी उम्र 24 वर्ष है और उनका नाम हरविंदर कौर है। हरविंदर कौर हरियाणा की रामा मंडी की रहने वाली है उन्होंने अपने कम हाइट के चलते काफी परेशानियां झेली हैं. वह कहती है कि उनको हमेशा यह सुनाना पड़ता था कि तेरा कुछ नहीं हो सकता।

पढ़ाई लिखाई से तेरा कुछ नहीं होगा अपना कद देख कितनी छोटी है तू। लेकिन हरविंदर कौर ने हार नहीं मानी और उन्होंने अपने सपने देखने की आदत नहीं छोड़ी। हरविंदर कौर को यह समझ आ गया था कि सपने देखने से ही नहीं पूरे होंगे। इनके लिए उठकर काम भी करना होगा तो जब वह काम पूरा करने के लिए बाहर निकलती थी तो लोग उनको देखकर हंसते थे और खूब मजाक उड़ाते थे। ऐसे में उनको काफी परेशानी हुई, जिसके कारण वह दिन-रात यही सोचती रहती थी। फिर उन्होंने अपना इलाज करवाया और कई चिकित्सकों को दिखाया। साथ ही साथ मेडिटेशन थेरेपी भी ली लेकिन इन सब चीजों का कोई प्रभाव नहीं पड़ा और उन्होंने अपना एयर होस्टेस बनने का सपना त्याग दिया।

उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करते हुए वकालत की पढ़ाई चालू कर दी और अपनी 3 फुट 11 इंच की हाइट लेकर उन्होंने वकालत की पढ़ाई पूरी कर ली, फिर पंजाब के जालंधर कोर्ट में वह वकील बनकर सबके आगे पेश हुई वह बताती हैं कि उनको मरने का कई बार विचार आया। कई लोग उनको परेशान करते थे और उनके दिमाग में इस बात को लेकर नकारात्मक विचार धाराएं बैठ गई थी वह इतनी ज्यादा तंग आ गई थी कि वह अपने कमरे में बंद होकर मरने के ख्याल बुनने लगती थी।

उनको ऐसा लगता था उनकी जिंदगी बोझ बन गई है लेकिन जब उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई शुरू की तो उनकी जिंदगी में बदलाव आया। उन्होंने नकारात्मकता को ही हथियार बनाते हुए अपनी जिंदगी आगे बढ़ाई और उन्होंने सोचा कि अब जो कोई कहता है उसको कहने दो मुझे तो बस अपना काम करना है। ऐसे में अब उनको सोशल मीडिया पर बढ़िया कमेंट आने लगे हैं और वह एडवोकेट हरविंदर कौर के नाम से जाने जाने लगी है। वे बताती हैं कि एक बार वह कोर्ट रूम में गई थी, तो वहां पर जज ने बाकी वकीलों को कहा कि यहां पर बच्चों को वकील की ड्रेस पहना कर मत लाया करो लेकिन फिर जज को बाकी वकीलों ने समझाया कि वह भी वकील है।