12वीं में हो गए थे फेल, टीचर ने कहा पढ़ाई छोड़ दो- दिल पर लग गई बात तो बना आईएएस

डेस्क : बिना रुके लगातार प्रयास करने से इंसान अपने द्वारा तय किए गए निर्धारित लक्ष्य तक आसानी से पहुँच सकता है। UPSC की तैयारी भी कुछ इसी प्रकार की होती है जहाँ पर आदमी को धैर्य से काम लेना होता है। उसे निरंतर आगे की ओर बढ़ना होता है, कई लोग अपने इस सफर में लक्ष्य को भुला बैठते हैं और पीछे हट जाते हैं, लेकिन दूसरी ओर निरंतर प्रयास करने वालों के क़दमों में सफलता ज़रूर मिलती है। आज हम ऐसे ही एक शख्स के बारे में बात करने वाले हैं जिनको कई लोग कहने लगे थे की तुम कोई और काम देखो पढाई-लिखाई तुम्हारे बस की बात नहीं है।

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आज हम बात कर रहे हैं सईद रियाज़ अहमद की। रियाज़ अहमद सुनते तो सबकी थे, लेकिन वह अपनी पढ़ाई पर पूरा भरोसा रखते थे। वह दिन रात पढ़ते थे, उनके पिता जी की सरकारी नौकरी थी, इसलिए उनको आर्थिक परेशानी नहीं होती थी। उन्होंने अपनी पढ़ाई मन लगाकर तो की लेकिन उसके हिसाब से उनके अंक कभी नहीं आए। दसवीं कक्षा के बाद से उनको अपने मन के मुताबिक़ चुने गए विषयों में लगातार असफलता हाथ लगती रही। बारहवीं कक्षा में तो फेल हो गए थे, लेकिन उन्होंने दोबारा मेहनत की और पास हुए। उनको 2018 के UPSC की परीक्षा में 261 रैंक हासिल हुआ था। इसके बाद उनको पूरे गाँव ने आशीर्वाद दिया।

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रियाज़ अहमद नासिक के रहने वाले हैं। स्नातक की पढाई में उन्होंने बीएससी लिया था, कॉलेज में उन्होने खूब पढ़ाई की और उन दिनों ही मन बना लिया था की वह देश की सर्वश्रेष्ठ परीक्षा में अपनी किस्मत आजमाएंगे। रियाज के पिता जी को पूरा भरोसा था की उनका लड़का ज़रूर बड़ा अफसर बनेगा इसलिए वह लगातार अपने बेटे को प्रेरित करते रहे। उन्होंने बीएससी के बाद एमएससी पुणे यूनिवर्सिटी से पूरा किया है। अपनी परीक्षा की शुरुआत 2014 से की थी जिसमें उनका प्रीलिम्स निकला था। इसके बाद 2015 में वह विफल हो गए और 2016 में इंटरव्यू तक पहुँचने के बाद विफल हो गए थे तब उन्होंने मन बना लिया था की वह परीक्षा नहीं देंगे, लेकिन उनके पिताजी ने उनका हौंसला बढ़ाया और फिर वह खड़े हुए। साल 2018 की परीक्षा में उन्हें सफलता मिल गई।

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