इंजीनियरिंग में नहीं आए अच्छे नंबर, लोगों ने कहा UPSC बस की नहीं – कड़ी मेहनत कर हिमांशु पहले प्रयास में बने IAS

डेस्क : समाज में अलग-अलग तरह की भ्रांतियां फैली हुई है और लोग अपने हिसाब से चीजों को समझते हैं। ऐसे में यूपीएससी के छात्रों के लिए भी अलग भ्रांतियां तय की गई है लोगों को लगता है कि यूपीएससी में वही अव्वल दर्जा प्राप्त कर सकता है जिसको बहुत ज्यादा समझ हो और शुरू से ही वह पढ़ाई में तेज रहा हो लेकिन आपको बता दे ऐसा बिल्कुल भी नहीं है क्योंकि आज हम एक ऐसी शख्सियत के बारे में बात करने वाले हैं, जिसका बैकग्राउंड पढ़ाई को लेकर कुछ खास नहीं रहा और उसने अपने शून्य से शिखर तक की तैयारी को चार चांद लगा दिए।

हम बात कर रहे हैं हिमांशु कौशिक की जिन्होंने 2017 के यूपीएससी परीक्षा में 77 रैंक हासिल की थी। दसवीं कक्षा के बाद से उनके कभी भी अच्छे नंबर नहीं आए। अपने कॉलेज में उन्होंने इंजीनियरिंग की और इंजीनियरिंग में भी उनकी दो तीन बैक आई। इसके बावजूद वह 65% लाने में सफल रहे और इंजीनियरिंग पास कर ली। फिर उन्होंने 3 साल नौकरी भी की लेकिन नौकरी में उनका जरा भी मन नहीं लगा और उन्होंने नौकरी को छोड़ दिया। इन सब के बावजूद लोगों ने उनको कहा कि तुम यूपीएससी की पढ़ाई नहीं कर सकते हो तुम्हें यह नहीं करना चाहिए। लेकिन हिमांशु ने तो यह ठान लिया था की वह इस परीक्षा को पास करके रहेंगे।

उन्होंने पूरी रणनीति बनाई की कैसे उनको इस परीक्षा को पास करना है और फिर उन्होंने पढ़ाई शुरू की और पढाई करते हुए अपने पहले प्रयास में ही उन्होंने आईएस बनकर दुनिया वालों को दिखा दिया की दुनिया वालो की बातें गलत हैं। हिमांशु की बाकी लोगों को सिर्फ एक ही सलाह है कि वह लोगों की ना सुने और अगर उनका मन है भारत की उच्च परीक्षाओं में सम्मिलित होने का तो वह जरूर एक बार प्रयास करें। वह कहते हैं मन के हारे हार है और मन के जीते जीत। इस बात का हमेशा ख्याल रखें कि लोगों की बातों पर ध्यान ना दें आपका दिल जो कहता है वही करें।

Leave a Comment