” मेरे पास पूरे दिन खाने के लिए कुछ नहीं था ” संसाधनों के अभाव से UPSC की सफलता तक का सफर

डेस्क : आज हम आपके सामने एक ऐसे आईएएस अधिकारी की जीवनी लेकर आएं हैं जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगी कि आखिर किस तरह से छोटे शहरों और बस्तियों से निकलकर बच्चे अपनी मेहनत की गाथा खुद लिख रहे हैं। हम बात करने वाले हैं अंसार शेख की, अंसार शेख का जन्म और पालन-पोषण महाराष्ट्र के एक छोटे से गांव में हुआ था। वह एक वंचित परिवार से आते हैं और बचपन में उन्होंने बहुत गरीबी झेली है। उनके पिताजी रिक्शा चलाते और माताजी ग्रहणी थी।

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वह बताते हैं कि बचपन से ही उनको काफी कठिनाइयों को झेलना पड़ा है, वह बचपन से ही पढ़ने लिखने में ठीक थे। लेकिन उनके तीन भाई बहन और थे जो इतना ज्यादा पढ़ने लिखने में रुचि नहीं दिखाते थे। अंसार शेख ने अपनी शुरुआती पढ़ाई अपने गांव में एक सरकारी स्कूल से पूरी की है। उनको दसवीं कक्षा में 76% अंक प्राप्त हुए थे और उसके बाद 11वीं 12वीं में भी 80% लाकर सबको चौंका दिया था। उन्होंने बद्रीनारायण बरवाले कॉलेज से पुणे में स्नातक पूरी की है। कॉलेज में रहते हुए उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने का सोचा। उन्होंने अपना स्नातक बीए राजनीति विज्ञान में पूरा किया है जब वह अपने स्नातक के दूसरे वर्ष में थे तो उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करनी शुरू कर दी थी और उन्होंने एक कोचिंग क्लास जाना शुरू कर दिया था। वर्ष 2015 में उनको 73 अंक प्राप्त हुए और उन्होंने स्नातक पूरी कर ली।

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इसके बाद उन्होंने अगस्त में यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा दी और पास हो गए। वह बताते हैं कि उनको शुरू से ही मेहनत करने का बहुत शौक रहा है। लेकिन उनकी यह मेहनत ज्यादातर विफल चली जाती थी क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति सही नहीं थी। आर्थिक स्थिति हमेशा उनके कामों में अड़चन बन के आगे खड़ी हो जाती थी। उनको पढ़ने के लिए किताब चाहिए होती थी लेकिन उसके लिए उनके पास पैसे नहीं होते थे। बता दे कि उनको मराठी भाषा में तैयारी करना बहुत अच्छा लगता था। इस वजह से मराठी माध्यम से ही उन्होंने तैयारी की। अंग्रेजी में उनको थोड़ी परेशानी होती थी लेकिन उन्होंने हार ना मानते हुए अंग्रेजी में भी पढ़ाई की। उनके लिए यह मुश्किल था लेकिन उनको अंदर ही अंदर पता था कि हर समस्या का समाधान यहां पर मौजूद है। अपनी छोटी उम्र में ही उन्होंने एक अधिकारी बनने का सपना देख लिया था।

उन्होंने महाराष्ट्र पी एस सी की परीक्षा भी पास की है। अंसार शेख कहते हैं कि इस परीक्षा को मैंने पहले ही बारी में पास कर लिया और इसकी मुख्य वजह यह है कि मैं इस कार्य के लिए खुद से ही प्रेरित रहता था। मैं अपने आप को सांत्वना देता था कि एक ना एक दिन इस परीक्षा को निकाल लूंगा। लेकिन, वह दिन इतनी जल्दी आ जाएगा, यह मुझे खुद नहीं पता था। अंसार बताते हैं की यूपीएससी की तैयारी करने के दौरान आपको पता चलता है कि इसमें आप आत्म मूल्यांकन और अपनी कमजोरियों को दूर करने का प्रयास करते हैं। सभी लोगों को मेरा संदेश है कि वह अपनी कठिनाइयों का सामना करें और यूपीएससी की तैयारी करते वक्त ध्यान रखें कि अपना धैर्य ना खोएं क्योंकि सफलता प्राप्त करना हर नौजवान का हक है।

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