डेस्क : हर लड़की का सपना होता है की वह अपनी शादी करके अपने जीवन साथी के साथ ख़ुशी ख़ुशी रहे। लेकिन हर लड़की का यह सपना सच नहीं हो पाटा क्यूंकि सबको अपने सपनो का राज कुमार नहीं मिलता है। जाज हम जिस लड़की के बारे में बात करने वाले हैं उसकी कहानी भी कुछ इसी प्रकार है, गुजरात की रहने वाले कोमल गणात्रा ने भी अपनी शादी को लेकर मीठे सपने देखे थे, लेकिन उनके सपने पूरे नहीं हो पाए।
घर वालों ने उनकी शादी एक न्यू ज़ीलैंड के व्यापारी से तय की थी। जब उनकी शादी हुई तो मात्र 15 दिन में उनका वैवाहिक जीवन अस्त व्यस्त हो गया। वह अपने पति से बेहद प्यार करती थी। लेकिन उनके पति ने कभी कोमल को पत्नी के रूप में नहीं अपनाया। कोमल अपने 3 भाई बहनों में सबसे बड़ी हैं।
उनके पिताजी एक शिक्षक हैं जिनका सपना था की उनकी बेटी UPSC पास कर एक अफसर बने। ऐसे में कोमल ने निश्चय किया की वह अपने पिता का सपना पूरा करेंगी। उन्होंने अंदर से पूरी तरह टूट जाने के बाद पढाई शुरू की। उन्होंने स्नातक ओपन से किया, ओपन की पढ़ाई करने में वह सीख गई की आखिर कैसे अकेले पढ़ा जाता है जिसका फायदा उनको UPSC की तैयारी में मिला।
इसके बाद उनकी एक जगह शिक्षक की नौकरी लग गई, यह नौकरी गुजरात के एक दूर बसे गाँव में थी। वह स्कूल में बच्चों को पढ़ाती और फिर घर आके खुद पढ़ती थी। जब उनको ऑप्शनल की तैयारी करनी थी तो वह 150 किलोमीटर की यात्रा ट्रेन से करके इंस्टिट्यूट भी गई जहाँ उनको एक दिशा मिली। उन्होंने अपनी तैयारी 2008 में शुरू की थी, फिर 2012 में वह दिल्ली अपना इंटरव्यू देने के लिए गईं थी।
कोमल का साफ़ कहना है की हर औरत को अपनी पहचान बनानी चाहिए, उनको किसी भी तरह से अपने पति पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। आपकी कामयाबी ही आपको आत्मसम्मान दिलाती है और आपको समाज में एक इज्जतदार नागरिक बनाती है। कोमल ने इतनी मुश्किल परिस्थितियों में धैर्य और परिश्रम का अनूठा उदाहरण पेश किया। अब वह भारत सरकार के लिए डिफेंस सेक्टर में एक रेवेन्यू अफसर के रूप में काम कर रही हैं।