26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था. तब से 26 जनवरी की तिथि बेहद खास हो गई. हर साल इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है
BY KUMARI MILI
26 जनवरी, 1929 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारतीय स्वराज की घोषणा की थी. इसलिए भारत का संविधान लागू करने के लिए भी 26 जनवरी की तारीख को चुना गया था.
हर साल 26 जनवरी का कार्यक्रम राजपथ पर आयोजित किया जाता है. यहां भारत के राष्ट्रपति राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं. आज भारत अपना 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है।
संविधान को बनाने के लिए डॉ. बी. आर. अम्बेडकर की अध्यक्षता में एक मसौदा समिति नियुक्त की गई थी. मसौदा समिति का अंतिम सत्र 26 नवंबर 1949 को समाप्त हुआ और सभी की सहमति से संविधान को अपनाया गया.
26 जनवरी को परेड के दौरान राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दिए जाने की प्रथा है. 21 तोपों की सलामी भारतीय सेना की 7 तोपों से दी जाती है जिन्हें ’25 पाउंडर्स’ कहा जाता है.
भारत का संविधान दुनिया का सबसे लंबा और सबसे विस्तृत संविधान है. जब संविधान लागू हुआ, तब इसमें कुल 395 लेख, 8 अनुसूचियां निहित थीं और यह संविधान 22 भागों में बंटा हुआ था.
गणतंत्र दिवस एक तीन दिवसीय राष्ट्रीय त्योहार है जो 29 जनवरी को बीटिंग रिट्रीट समारोह के साथ समाप्त होता है.