आखिर कुआं गोल ही क्यों होता है? यहां जानिए इसके पीछे का खास कारण….

Why is the Well Round? कई दशक पहले भारत में पीने के पानी के लिए एक मात्र साधन कुआँ हुआ करता था। कुएं का पानी अच्छा भी होता है। हालाँकि, आजकल कुओं का उपयोग ख़त्म होता जा रहा है।

लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि कुआं हमेशा गोल ही होता है? आपने कभी त्रिकोणीय या चौकोर आकार का कुआं नहीं देखा होगा। तो आइए आज जानते हैं इसके पीछे का कारण।

गोल कुओं के पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि गोल कुओं की नींव बहुत मजबूत होती है। चूँकि गोल कुएँ में कोई कोना नहीं होता इसलिए पानी का दबाव कुएँ के चारों ओर बराबर रहता है। इससे इसके ढहने का खतरा कम हो जाता है।

वहीं, अगर कुआं गोल न होकर चौकोर है तो पानी का दबाव चारों कोनों पर होगा। इस प्रकार कुआँ अधिक समय तक टिक नहीं पाएगा। साथ ही गिरने का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। इसीलिए दुनिया भर में कुएं गोलाकार आकार में बनाए जाते हैं।

कुआं प्रदूषित नहीं होता

कुओं के पीढ़ियों तक बने रहने का कारण यह है कि उनका आकार गोलाकार होता है। इसका मतलब है कि गोलाकार कुएं में एक समान दबाव है, इसलिए मिट्टी ढहने की संभावना बहुत कम है।

कुएं के गोल होने का एक अन्य कारण यह है कि चौकोर या त्रिकोणीय कुएं की तुलना में गोल कुएं को डिजाइन करना बहुत आसान है। इसका कारण यह है कि आमतौर पर कुआं खोदकर बनाया जाता है और इसका एक कारण यह भी है कि गोलाकार आकार में खोदकर कुआं बनाना आसान होता है।