ये एक्सप्रेस-वे बिहार की बदल देगी तस्वीर! जानें – किन किन क्षेत्रों से होकर गुजरेगी यह सड़क..

डेस्क : देश में एक्सप्रेसवे निर्माण की अगर बात की जाए तो पिछले 1 दशक में यूपी में काफी सुधार देखने को मिला हैे। यमुना एक्सप्रेसवे से शुरू हुआ कारवां आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे होते हुए अगले महीने तक बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के साथ आगे बढ़ेगा। यही नहीं गंगा एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के अलावा गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे पर भी अब काम शुरू हाे गया है।

गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे की कुल प्रस्तावित लंबाई करीब 519 KM है, जिसमें 84 KM हिस्सा उत्तर प्रदेश में रहेगा ये गोरखपुर से शुरू होते हुए देवरिया व कुशीनगर जनपद जोड़ते हुए बिहार में प्रवेश करेगा। वैसे तो गोरखपुर से सिलीगुड़ी के बीच दूरी करीब 600 KM है लेकिन ये दूरी नेशनल हाइवे की है, जो कई जिलों की आबादी के बीच से गुजरता है। लेकिन ऐसे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे की खासियत यही है कि ये आबादी से नहीं गुजरेगा, लिहाजा ज्यादातर ये एक्सप्रेसवे सीधा ही होगा। इसी कारण इसकी लंबाई कम होती है।

मिली जानकारी के अनुसार शुरुआत में एक्सप्रेसवे 4 लेन का होगा, बाद में इसकी चौड़ाई को बढ़ाने का ऑप्शन भी होगा। गोरखपुर से इस एक्सप्रेस वे शुरुआत प्रस्तावित रिंग रोड के कनेक्टिंग प्वाइंट जगदीशपुर से होनी है। यहां से ये कुशीनगर जिले के तमुकहीराज तहसील होते हुए बिहार के गोपालगंज जिले में प्रवेश कर जाएगा।

खास बात यह है कि ये पूरा एक्सप्रेसवे ग्रीनफील्ड होगा। इसका निर्माण आबादी वाले क्षेत्रों से हटकर किया जाना प्रस्तावित हुआ है। दरअसल आबादी वाले क्षेत्रों से एक्सप्रेसवे के गुजरने से जमीन अधिग्रहण की समस्या काफी आती रहती है। वहीं उत्तर प्रदेश से बंगाल तक के इस एक्सप्रेसवे का सबसे बड़ा हिस्सा बिहार में होगा, वहां भी जमीन अधिग्रहण को लेकर काफी समस्या है, लिहाजा इसे आबादी से हटकर ही बनाया जाएगा। इंटीरियर इलाकों में जमीन की खरीद को ज्यादा समस्या नहीं आती।

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