देर रात हुआ राम विलास के दिल का ऑपरेशन, चिराग ने किया भावुक ट्वीट हालत नाजुक…

डेस्क : अचानक तबीयत बिगड़ जाने के कारण देर रात दिल्‍ली के एक अस्‍पताल में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संस्‍थापक राम विलास पासवान (Ram Vilas Paswan) के दिल का ऑपरेशन करना पड़ा।पासवान की हालत फ़िलहाल काफी नाजुक (Critical) है।पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक को स्‍थगित कर पिता की तबीयत खराब हो जाने के कारण एलजेपी अध्‍यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) को अस्‍पताल जाना पड़ा। एलजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक अब आज होने जा रही है। इस बीच चिराग पासवान ने मुश्किल घड़ी में सहयोग के लिए साथ खड़े रहने के लिए सभी को धन्‍यवाद देते हुए भावुक ट्वीट (Emotional Tweet) किया है।

एक अन्‍य ट्वीट में चिराग ने आशंका भी जाहिर की थी कि शायद 50 साल में पहली बार राम विलास पासवान इस चुनाव में शामिल नहीं हो पाएंगे। ऐसा ही होता दिख रहा है। राम विलास पासवान की तबीयत ठीक होने में अभी वक्‍त लगेगा। ऐसे में उनका विधानसभा चुनाव में शामिल हो पाना संभव नहीं दिख रहा है।

राम विलास पासवान बीते कुछ समय से बीमार चल रहे हैं। चिराग पासवान के अनुसार कोरोना संक्रमण (CoronaVirus Infection) के काल में लोगों को खाद्यान्‍न आदि पहुचाए जाने की व्‍यवस्‍था की निगरानी को प्राथमिकता देने के कारण राम विलास पासवान नियमित मेडिकल चेक-अप (Regular Medical Check-up) नहीं करा सके। इस कारण उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के क्रम में शनिवार को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। देर रात उनके दिल का आपरेशन करना पड़ा।

पिता की खराब तबीयत और इस मुश्किल घड़ी में लाेगों के साथ खड़े होने के लिए चिराग पासवान ने धन्‍यवाद का भावुक ट्वीट किया है। उन्‍होंने लिखा है कि पिछले कई दिनो से पापा का अस्पताल में इलाज चल रहा है। देर रात उनके दिल का ऑपरेशन करना पड़ा। आगे भी कुछ सप्‍ताह बाद एक और ऑपरेशन करना पड़ सकता हे। चिराग पासवान ने संकट की इस घड़ी में उनके और परिवार के साथ खड़े होने के लिए सभी काे धन्यवाद दिया है।

चिराग पासवान बिहार विधानसभा चुनाव के मुश्किल दौर में पिता राम विलास पासवान की कमी महसूस कर रहे हैं। चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के बाद 25 सितंबर को भी उन्‍होंने एक के बाद एक लगातार पांच भावुक ट्वीट किए थे। अपने एक ट्वीट में चिराग ने भावुक होने की बात मानी थी। लिखा था कि पापा अस्पताल में हैं और मार्गदर्शन करने वाले उनके शब्दों की कमी महसूस कर रहे हैं। उन्‍होंने बिहारियों के लिए उनकी कल्पना को साकार करने की कोशिश करने की बात कही थी।

Leave a Comment