अब Bihar के किसान बनेगा आत्मनिर्भर- इस खेती मिल रहा 80% का अनुदान, जल्द करें आवेदन….

Bihar News : आप लोगों को पता ही होगा कि गया (Gaya) तिलकुट उत्पादन का केंद्र है। यहां की तिलकुट देश में ही नहीं दुनिया भर में प्रसिद्ध है। मगर तिलकुट उत्पादन करने वाले किसान की एक बड़ी समस्या यह है कि तिलकुट के लिए तिल वे दूसरे राज्यों से मंगवाते हैं।

दूसरे राज्य से तिल मनाने की वजह से तिलकुट का दाम बढ़ोतरी हो जाता है। मगर पिछले साल इस समस्या का समाधान हो चुका है। क्योंकि अब गया (Gaya) में ही तिलकुट की खेती की जा रही है। जिससे तिलकुट उत्पादन के लिए बाहर से तिल मनाने की जरूरत नहीं पड़ती।

तिल के उत्पादन पर दिया जा रहा है जोर

अब तिल उत्पादन पर जोर दिया जा रहा है। जिसके लिए कृषि विभाग किसानों को बीज उपलब्ध करा रही है। आपको बता दें कि पिछले साल तकरीबन 350 किसानों को बीज उपलब्ध कराया गया था। 500 एकड़ में तिल की खेती की गई थी।

उत्पादन काफी अच्छा हुआ और किसानों की इनकम भी अच्छी खासी हुई। बाजार में तिल 100-150 रूपए प्रतिकीलो के बीच में बेचा गया। इस बार फिर तिल की खेती पर जोर दिया गया है। किसानों को अनुदानित दर पर बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

80% अनुदान पर मिलेगा बीज

इस साल गया (Gaya) में 50 क्विंटल तिल की खेती करने का लक्ष्य रखा है। 2500 एकड़ की जमीन पर तिल की खेती कराई जाएगी। इसके लिए बिहार राज्य बीज निगम किसानों को 80% अनुदान पर प्रमाणित बीज उपलब्ध करा रही है। जिनका किसान रजिस्ट्रेशन है और वह बीज लेने के इच्छुक है। ऐसे किसान बिहार राज्य बीज निगम के पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।