डेस्क : आसम राइफल्स के एक प्रौद्योगिकी छात्र ने अत्याधुनिक सेंसर और लोकेशन ट्रैकिंग सिस्टम का उपयोग करके एक ‘थेफ्ट-प्रूफ’ इलेक्ट्रॉनिक साइकिल (ई-बाइक) विकसित की है। असम के करीमगंज जिले के सम्राट नाथ ने इस ई-बाइक को विकसित किया है, जो लिथियम-आयन बैटरी द्वारा संचालित होती है, जिसे एक पुराने लैपटॉप से रीसाइकिल किया जाता है।
यह बाइक एक बार चार्ज करने पर 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ 60 किमी की रेंज पेश करने की उम्मीद है। चोरी न हो सकने वाली साइकिल बनाने वाले छात्र सम्राट नाथ ने कहा, “मैंने चोरी रोकने के लिए एक स्मार्ट ई-बाइक का आविष्कार किया है।” इसमें बेहतरीन सुरक्षा विशेषताएं हैं। नाथ ने कहा, “अगर कोई मेरी बाइक चोरी करने की कोशिश करता है, तो मेरे स्मार्टफोन पर तुरंत एक संदेश आएगा और बाइक चोरी का अलार्म बजाना शुरू कर देगी।”
मैं विशेष रूप से इसके संचालन के लिए विकसित किए गए ऐप का उपयोग करके दुनिया के किसी भी कोने से इस बाइक को नियंत्रित कर सकता हूं। मैंने इस बाइक में एक और डिवाइस लगाया है जिसे किसी भी अन्य इलेक्ट्रिक बाइक में लगाया जा सकता है। हम इसे दुनिया के हर कोने से नियंत्रित कर सकते हैं और यहां तक कि इसके रहने की जगह को भी ट्रैक कर सकते हैं। यह पूरी तरह से सुरक्षित है।
फिंगरप्रिंट सुविधा भी स्थापित : सम्राट नाथ ने अपनी साइकिल में अतिरिक्त सुरक्षा जोड़ने के लिए एक फिंगरप्रिंट सुविधा भी स्थापित की है उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें अपनी बाइक बनाने के बचपन के सपने को पूरा करने में चार साल लग गए। उन्होंने कहा कि साल 2016 में जब वे 8वीं कक्षा में पढ़ रहे थे तो उनके मन में इस तरह की ई-बाइक विकसित करने का विचार आया।”ई-बाइक बनाना मेरा बचपन का सपना था।
चोरी सबूत साइकिल की विशेषता
- 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार
- कोई चोरी नहीं कर सकता
- कोई चोरी करने की कोशिश करेगा तो मालिक को पता चल जाएगा
- साइकिल को दुनिया के किसी भी कोने से नियंत्रित किया जा सकता है
- फ़िंगरप्रिंट सुविधा भी स्थापित
- पुराने लैपटॉप को रिसाइकिल करके बनाई गई साइकिल