खुशखबरी! औंधे में मुँह गिरे तेल के दाम, दर्ज की गई बड़ी गिरावट

डेस्क : रूस यूक्रेन युद्ध के बाद से ही पूरे विश्व मे महंगाई काफी तेजी से बढ़ रही हैं। यहाँ तक कि खाने पीने की चीज़ें से लेकर पेट्रोल, डीजल और अन्य ईंधन की कीमतें किसी से छिपी नही हैं हर देश इस इस युद्ध का परिणम महंगाई के रूप में ही सही लेकिन भुगत रहा हैं।भारत मे इस सरसों के तेल में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली थी प्रति लीटर सरसों का तेल 200 के भी पर जा पहुँचा था। सरसों के तेल के साथ साथ ही मूंगफली का तेल और पॉम आयल के दामों में भी बढ़ोतरी देखने को मिली थी।

महीनों बाद आई हैं खाद्य तेलों में गिरावट : कई महीनों के बाद जाकर आम लोगो के रसोईघर में एक राहत की बात पहुँची हैं। राहत की बात हैं खाद्य तेलों के दामों में आई कमी। इन खाद्य तेल के दामो में लगातार बढ़ोतरी से आम जनता परेशान थी हालात ऐसे होने लगे थे कि जनता अब भोजन बनाने में खाद्य तेलों का इस्तेमाल ही करना कम कर दी थी। हालांकि अब ई। खाद्य तेलों के दामों में आई कमी आम जनता के लिए काफी राहत का सौदा साबित होगा। अभी प्रतिलीटर सरसों के तेल में लगभग 10 रुपये की गिरावट देखने को मिली। हालांकि अन्तराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में अब थोड़ी बढ़ोतरी देखने को मिल रही हैं ऐसे में सरकार का ये कदम सराहनीय हैं।

पॉम आयल में भी आई कमी : इंडोनेशिया ने पॉम आयल के निर्यात पर बीते दिनों रोक लगा रखी थी। जिससे भारतीय बाजार में इसके दाम बढ़ने शुरू हो गए थे। लेकिन सूत्रों के मुताबिक इंडोनेशिया 23 मई से निर्यात से बैन हटा रहा हैं जिससे इसके दाम भी कम होने के आसार हैं। वही यूक्रेन में युद्ध की स्तिथि के चलते सूरजमुखी के तेलों में कोई गिरावट देखने को नही मिली हैं क्योंकि यूक्रेन ही सर्वाधिक सूरजमुखी का तेल दुनिया को निर्यात करता हैं।

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