पटरी पर आ जाए इंसान या जानवर तो भी नहीं रूकती ट्रेन – जानें क्यों ?

डेस्क : भारत में रेलवे सिर्फ एक सेवा नहीं, बल्कि एक बहुत ही बड़ी व्यवस्था है, जिसके लिए अलग से मंत्रालय भी है। 2013 में यात्री सेवा के मामले में भारत ने बाजी मारी है, जबकि फ्रेट सेवा के मामले में अमेरिका ने सबको पीछे छोड़ दिया है। अमेरिका, चीन और रूस के बाद 65,000 किलोमीटर लंबे रेल लाइन के साथ भारत का रेल नेटवर्क विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। 2014 के पहले रेल बजट हर साल अलग से पेश होता था। 2014 के बाद सरकार ने रेल बजट को आम बजट के साथ मर्ज कर दिया।

आपने कई बार समाचारों में देखा या सुना होगा कि रेलवे लाइन पर व्यक्ति के आने के बाद भी ड्राइवर ट्रेन नहीं रोकते। लेकिन क्यों? ड्राइवर ट्रेन का हॉर्न तो बजाता है उसे भगाने के लिए, लेकिन ट्रेन क्यों नहीं रोकता कभी सोचा है आपने? आपको क्या लगता है कि वो उसकी जान नहीं बचाना चाहते या उनको ऐसा करके खुशी मिलती है? लेकिन जैसा आप सोच रहे हैं वैसा कुछ नहीं है। इस तरह ट्रेन के सामने कोई चीज़ आने पर ट्रेन उस पर से गुजर जाती है और जिसके बाद रेलवे ट्रैक पर कटी हुई लाशें मिलती हैं।

इस तरह के भयानक मंजर को देख पाना भी मुश्किल होता है। भारतीय रेल देश के कई ऐसे हिस्सों से गुजरती है जहां काफी घने जंगल होते हैं। ट्रेन के घने जंगलों के बीच गुजरने से रेलवे ट्रैक पर आज आने वाले जानवरों की जान को खतरा भी होता है। ऐसे में कई बार जानवरों के मरने की खबर आती रहती है। ऐसे में आपके मन में यह सवाल जरूर आता होगा कि आखिर ड्राइवर पटरी पर जानवर या इंसान देखकर भी ब्रेक लगाने में इतना हिचकता क्यों है।

इमरजेंसी ब्रेक लगाने पर भी जल्दी नहीं रुकती ट्रेन : आपको पता होगा कि ट्रेन में हजारों यात्री एक बार में सफर करते हैं और ट्रेन भी काफी भारी होती है। जब ट्रेन अपने रफ्तार में चलती है तो उसे रोकना काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अगर पटरी पर अचानक कोई जानवर या इंसान सामने आ भी जाए तो पहले तो ड्राइवर इमरजेंसी ब्रेक नहीं लगाना चाहता क्योंकि इससे ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों की जान को खतरा हो सकता है और अगर इमरजेंसी ब्रेक लगा भी दे तो भी ट्रेन लगभग 1 किलोमीटर तक चलती रहती है। हालांकि, ऐसे ही मर जेंसी ब्रेक सड़क पर चल रहे हैं वाहनों में भी होते हैं लेकिन ट्रेन काफी लंबी होती है और वजनी भी इस कारण इमरजेंसी ब्रेक लगाने पर भी उसका रुकना मुश्किल होता है।

यदि ट्रेन का ड्राइवर ट्रेन को रोकना चाहता है तो उसे काफी दूर से देख लेना चाहिए कि ट्रेन की पटरी पर कौन है। यदि कोई अचानक से सामने आ जाए तो ट्रेन का ड्राइवर कुछ नहीं कर सकता और जब ट्रेन की पटरी मुड़ रही होती है तब भी ड्राइवर के लिए काफी परेशानी खड़ी हो जाती है। जब ट्रेन मुड़ रही होती है तो ब्रेक लगाने से ज्यादा ख़तरा बढ़ जाता है।रात के वक्त भी ड्राइवर ट्रेन का हॉर्न बजाते हुए क्यों चलता है? ट्रेन के इंजन से जो रोशनी रात में निकलती है, उससे काफी दूर तक नहीं दिखता है इसलिए रात के समय में ड्राइवर जानवरों या इंसानों की जान बचाने के लिए ट्रेन का हॉर्न बजाते हुए चलता है जिससे किसी भी तरह की अनहोनी को टाला जा सके।

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