इस साल 8 से 12 फीसदी तक बढ़ सकती है आपकी सैलरी, जानिए – किन कर्मचारियों को होगा फायदा..

डेस्क : कोरोना महामारी के 2 साल के संकट काल के बाद अब स्थिति धीरे-धीरे कुछ बेहतर हो रही है। कॉरपोरेट सेक्टर भी अब अपने कर्मचारियों को इंक्रीमेंट देने की योजना भी बना रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल कंपनियां अपने कर्मचारियों को अच्छी खासी इंक्रीमेंट दे सकती हैं।

9 प्रतिशत तक बढ़ सकती है सैलरी : बिजनेस सेक्टर में आई इतनी तेजी को देखते हुए माना जा रहा है कि इस बार कंपनियां अपने कर्मचारियों को औसतन 9 फीसदी की बढ़ोतरी भी दे सकती हैं। यह साल 2019 में कोरोना महामारी की शुरुआत से पहले दी गई 7 फीसदी की औसत बढ़ोतरी से 2 फीसदी ज्यादा ही है। स्टार्टअप्स, न्यू एज कॉरपोरेशन और यूनिकॉर्न में भी कर्मचारियों को इस साल बंपर सैलरी की हाइक मिल सकती है। संभावना है कि उन्हें औसतन 12 प्रतिशत वेतन वृद्धि मिल सकती है।

माइकल पेज इंडिया ने जारी की रिपोर्ट : इंटरनेशनल स्पेशलिस्ट रिक्रूटमेंट ग्रुप माइकल पेज इंडिया ने अपनी रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनियों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले कर्मचारी इस साल 20-25 फीसदी या इससे ज्यादा वेतन वृद्धि की भी उम्मीद कर सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकिंग और वित्तीय सेवा उद्योग, संपत्ति-निर्माण क्षेत्र से जुड़े कर्मचारियों को भी इस साल अच्छी तनख्वाह मिल सकती है। कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में वरिष्ठ स्तर पर काम करने वाले पेशेवर इस साल सबसे ज्यादा मुनाफे में रहने वाले हैं। उन्हें अपनी-अपनी कंपनियों में अच्छी सैलरी हाइक मिल सकती है। इसका कारण यह है कि भारत में ई-कॉमर्स का व्यवसाय तेजी से बढ़ रहा है और सभी क्षेत्र अपने व्यवसाय के डिजिटल परिवर्तन में लगे हुए हैं।

व्यापार क्षेत्र का मूड सकारात्मक : माइकल पेज इंडिया के प्रबंध निदेशक अंकित अग्रवाल ने कहा, “कुल मिलाकर इस बार कॉरपोरेट सेक्टर का मिजाज सकारात्मक है। आम धारणा है कि महामारी अब पीछे छूट रही है। हायरिंग मार्केट में भी तेजी है। सभी कंपनियां बेहतरीन टैलेंट को हायर करने के लिए एक-दूसरे से होड़ कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बाजार में नौकरी के बढ़ते अवसर, प्रतिभा की कमी और कंपनियों में अच्छे कर्मचारियों की भर्ती की बढ़ती इच्छा के कारण वेतन अधिक हो रहा है।

इस साल जीडीपी 8.7 फीसदी की दर से बढ़ेगी : उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था 8.3 प्रतिशत की अनुमानित दर से बढ़ी है। वहीं, वित्त वर्ष 2022-23 के लिए अर्थव्यवस्था के 8.7 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। खासतौर पर मैन्युफैक्चरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में सबसे ज्यादा ग्रोथ की उम्मीद है। डेटा वैज्ञानिक (विशेष रूप से मशीन लर्निंग से परिचित), वेब डेवलपर्स और क्लाउड आर्किटेक्ट उच्च मांग में होंगे, खासकर यदि उनके पास शीर्ष-रेटेड विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री या मास्टर डिग्री है।

इन प्रौद्योगिकीविदों को होगा अधिक लाभ : अगर जॉब सेक्टर की बात करें तो सबसे ज्यादा डिमांड डेटा साइंटिस्ट, वेब डेवलपर्स और क्लाउड आर्किटेक्ट्स की होगी। जिन लोगों ने टॉप रेटेड विश्वविद्यालय से इन पाठ्यक्रमों में मास्टर या स्नातक की डिग्री पूरी की है, उनके पास अच्छी तनख्वाह वाली नौकरी मिलने की संभावना अधिक होगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बार टेक्नोलॉजिस्ट्स को प्रोफेशनल्स के मुकाबले ज्यादा सैलरी हाइक मिलेगी. भले ही उनकी शैक्षणिक योग्यता का स्तर लगभग समान ही क्यों न हो।

कंपनियों में शुरू हो सकता है नया सिस्टम : इतना ही नहीं, कंपनियां अब अपने शीर्ष प्रदर्शन को बनाए रखने के लिए तिमाही या अर्ध-वार्षिक वेतन वृद्धि प्रणाली शुरू करने पर भी विचार कर रही हैं। इनमें मध्य-वर्ष के मूल्यांकन चक्र, पदोन्नति, परिवर्तनीय भुगतान, स्टॉक प्रोत्साहन, बोनस या मध्यावधि वेतन वृद्धि शामिल हो सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि नियोक्ता अब यह मान रहे हैं कि कोरोना महामारी अब लगभग खत्म हो चुकी है। साथ ही इस महामारी का अब बाजार पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसी सकारात्मक सोच के साथ वह अब भविष्य के लिए बिजनेस प्लान बना रही हैं।

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