मां करती थी सिलाई का काम, पिता सेल्समैन, बेटी अपनी मेहनत से बनी ASI….

Success Story : अपने यह कहावत तो सुनी होगी की मेहनत ही सफलता की चाबी है। और यह कहावत बिल्कुल सच है। आज हम आपको एक ऐसी ही लड़की की कहानी बताने जा रहे हैं जिन्होंने इस कहावत को सच करके दिखाया है।

हम बात कर रहे हैं यूपी के बलिया की रहने वाली आकांक्षा चौरसिया (Akanksha Chaurasia) की। उत्तर प्रदेश पुलिस में 320 नए एएसआई (ASI) की नियुक्ति हुई। इस परीक्षा में आकांक्षा चौरसिया (Akanksha Chaurasia) ने सफलता पाई। आकांक्षा ने इस परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त किया। बता दें कि आकांक्षा बहुत ही साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं।

मां करती है सिलाई पिता हैं सेल्समैन

आकांक्षा उत्तर प्रदेश के बलिया की रहने वाली हैं। आकांक्षा बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनकी मां मनोरमा देवी सिलाई का काम करती हैं। जबकि उनके पिता रामकिशुन चौरसिया एक सेल्समैन हैं। आकांक्षा चौरसिया (Akanksha Chaurasia) बलिया के कोतवाली क्षेत्र के गांव की रहने वाली हैं।

आकांक्षा ने अपने गांव में रहकर ही पढ़ाई की है। आकांक्षा अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं। अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने अपने माता-पिता को दिया है। उन्होंने कहा घर आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के बावजूद उनके माता-पिता ने उनका पूरा सपोर्ट किया।

अपने गांव की पहली ASI बनी आकांक्षा

आकांक्षा चौरसिया (Akanksha Chaurasia) अपने गांव की पहली लड़की है जिसका चयन यूपी पुलिस के एएसआई (ASI) पद के लिए हुआ। आकांक्षा एक दिन में सात आठ घंटे की पढ़ाई करती थी। ASI की फाइनल रिजल्ट जुलाई 2023 में घोषित की गई जिसमें आकांक्षा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया।

अपनी मेहनत और माता-पिता के सपोर्ट के बल पर आकांक्षा आज ASI के पद पर हैं। आकांक्षा अपने गांव की दूसरी लड़कियों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। उन्होंने साबित किया है की मेहनत के दम पर कोई भी अपने सपने को साकार कर सकता है।