बिहार बोर्डः मैट्रिक की सोशल साइंस की परीक्षा हुई रद्द, पेपर लीक में 3 गिरफ्तारी

डेस्क : बिहार बोर्ड के द्वारा दसवीं की परीक्षा राज्य में आयोजित की गई हैं, जिसके चलते समाज विज्ञान की परीक्षा होने वाली थी। लेकिन परीक्षा से पहले वही हुआ जिसको सबको डर था। परीक्षा से पहले पेपर लीक हो गया। बताया जा रहा है की इस परीक्षा में SBI झाझा के तीन कर्मचारी लिप्त पाए गए हैं। इस मामले को राजद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधान सभा में उठाया है। विद्यार्थियों का भी मानना है की यह परीक्षा जमुई से लीक हुई है।

इस मामले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संज्ञान लिया और कहा कि मामले की जांच निष्पक्ष तौर से की जाएगी और जो भी इस में लिप्त पाया जाएगा उसको किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा। बता दें कि परीक्षा लीक होने के मामले पहले भी बिहार में आए हैं लेकिन सरकार के कड़े रवैए के चलते इस बार ऐसा प्रतीत होता है कि जो भी इस कार्य में लिप्त है उनको अवश्य दंड मिलेगा। बता दे की गिरफ्तारी विकास कुमार नाम के संविदा कर्मी की हुई है और जानकारी में यह पता लगा है कि विकास कुमार के परिवार से भी कोई इस बार बोर्ड की परीक्षा में शामिल होने जा रहा था। जिस कारण उन्होंने फोटो खींच कर भेज दिया।

विकास कुमार के साथ शशिकांत चौधरी और अजीत कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है ऐसे में इस मुद्दे को राजद पार्टी की ओर से उठाया गया है और तेजस्वी यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि बिहार में पहले कभी इस तरह की परीक्षा नहीं हुई जिसमें धांधली ना हो। एक तो पहले से ही बच्चों की पढ़ाई नहीं हुई है कोरोना काल के चलते ऊपर से जब परीक्षा होने जा रही है तो अब इस तरह के खराब काम हो रहे हैं। अब तक 3 परीक्षाएं की गई है और मैट्रिक में तीनों परीक्षाओं में यह देखा गया है कि परीक्षा से पहले ही प्रश्न पत्र लीक हो गया है।

बता दें कि बिहार में पहले विज्ञान की परीक्षा हुई, जिसमें सभी बच्चों ने कोरोना का पालन करते हुए परीक्षाएं दी। बिहार में परीक्षाएं 17 फरवरी से जारी है इस बार बिहार के परीक्षाओं में 16 लाख से भी ऊपर छात्रों ने हिस्सा लिया है अगर परीक्षा में किसी भी तरह की उल्टी-सीधी गतिविधि करते लोग पाए जाते हैं तो उनके ऊपर 144 धारा भी लगाई जाएगी। कई परीक्षा केंद्रों पर वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जा रही है। यह परीक्षा 24 फरवरी तक जारी रहेगी।

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