Bihar में फ्लोर टेस्ट के दौरान विधायकों को 10 करोड़ में खरीदा गया था, सामने आया मामला…

डेस्क : बिहार की राजनीति में काफी उथल-पुथल मची हुई थी। नीतीश कुमार महागठबंधन छोड़कर एक बार फिर एनडीए में शामिल हो गए और नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर नई सरकार बनाई। इस बार 12 फरवरी को नई सरकार के विश्वास मत से पहले कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे।

इस बीच हरलाखी से जेडीयू विधायक सुधांशु शेखर ने 10 करोड़ रुपये की डील की लिखित शिकायत कोतवाली थाने में दी है। अब फ्लोर टेस्ट के दौरान ऐसे आरोपों की जांच आर्थिक अपराध इकाई यानी ईओयू से कराने का फैसला किया गया है।

आपको बता दें कि जेडीयू विधायक सुंधाशु शेखर ने अब हॉर्स ट्रेडिंग (Horse Trading) मामले में राजद नेताओं के खिलाफ केस दर्ज कराया था। सुधांशु शेखर का आरोप है कि जेडीयू विधायकों को तोड़ने के लिए 10-10 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था। कोतवाली थाने में दर्ज एफआईआर में सुधांशु शेखर ने कहा है कि जेडीयू विधायकों को पहले 5 करोड़ और बाद में 5 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया।

थाने में दर्ज अपनी शिकायत में सुंधाशु शेखर ने यह भी कहा है कि जेडीयू विधायकों को पैसे के साथ-साथ मंत्री पद का भी लालच दिया गया था। जेडीयू विधायक डॉ. संजीव, बीमा भारती और दिलीप राय के अपहरण को लेकर मामला दर्ज किया गया है। मिली जानकारी है कि बिहार में फ्लोर टेस्ट के बाद जेडीयू अपने लापता विधायकों पर कार्रवाई कर सकती है