4 मिनट के भाषण में 6 बार अटके Tejashwi, बीजेपी ने की खिचाई कहा- ‘अशिक्षा के कारण बिहार को अपमान किया’ 

डेस्क : बिहार विधानसभा के शताब्दी वर्ष का समापन समारोह मंगलवार को संपन्न हो गया। लेकिन समापन के साथ ये समारोह राजनैतिक गलियारों में हलचल मचा गया। हालांकि पहले तो इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मृति स्तंभ का उद्घाटन किया, जो बिहार के प्रतीक चिह्न के रूप में विधानसभा परिसर में लगाया गया है। उद्घाटन के बाद सभा हुई, जिसकी शुरुआत स्पीकर विजय सिन्हा के भाषण से हुई। इसमें उन्होंने विधानसभा की उपलब्धि का जिक्र किया।

बता दें कि इसके बाद भाषण देने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बुलाया गया। यहीं से शुरू हुई असली कहानी जिस दौरान 4 मिनट के भाषण में वो 6 बार अटके। कुछ लाइनों को तो वो दोबारा पढ़ते दिखे। कुछ शब्द के उच्चारण तक में दिक्कत हुई। जिन लाइनों पर वो अटके वो कुछ इस प्रकार हैं। ;समाज के हर वर्ग की आबादी के अनुसार, भागीदारी और हिस्सेदारी से ही लोकतंत्र समृद्ध और समावेशी होगा। अतः मैं आपसे आग्रह करता हूं कि School of Democracy & Legislative Studies जैसी एक संस्था बिहार में स्थापित हो। जिसके माध्यम से विधायी और लोकतंत्र के विभिन्न पहलुओं पर शोध एवं अध्ययन के अवसर और प्रशिक्षण दिया जा सके।

इसी प्रांगण में हम जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की आदमक़द प्रतिमा के बगल में बैठे है : गौरतलब है कि बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने दिए अपने भाषण को लेकर विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं. इसको लेकर बिहार बीजेपी ने बयान जारी कर विधानसभा परिसर में तेजस्वी यादव के संबोधन के दौरान अटकने को लेकर उन पर बिहार का अपमान करने का आरोप लगाया है. इस बीच पार्टी के प्रवक्ता ने भी कहा है कि बिहार विधानसभा के शताब्दी वर्ष समापन समारोह में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी अशिक्षा के कारण बिहार की फजीहत करवा दी.

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