ये है देश का “भूतिया” गांव- जहां रात होते ही छा जाता है सन्नाटा, जानिए- इस जगह का रहस्य…

आज हम आपको देश के एक ऐसे गांव (Village) के बारे में बताएंगे जिसे “भूतिया” कहा जाता है। इसके पीछे एक रहस्यमई वजह है। इसके बारे में आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे। यह गांव दक्षिण भारत (South India) के रामेश्वरम (Rameshwaram) से 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

दिन में इस गांव में चहल-पहल रहती है, दुकानें सजती है, इतनी ट्रैफिक (Traffic) होती है कि गांव से बाहर निकलना तक मुश्किल हो जाता है। मगर जैसे-जैसे दिन ढलता है यहां से लोग दूसरे गांव जाने लगते हैं। इस गांव में सन्नाटा छा जाता है। तो चलिए आज हम आपको इस गांव के बारे में बताते हैं l

रात होते ही छा जाता है सन्नाटा

इस गांव का नाम धनुषकोडी (Dhanushkodi) है। आपको बता दें कि यह देश का सबसे अंतिम गांव है। इस गांव के बाद श्रीलंका (Sri Lanka) शुरू हो जाता है। यहां पर बनी सड़क समुद्र में जाकर खत्म होती है। रोड के छोर पर दीवार खड़ी कर दी गई है ताकि स्पीड में कोई गाड़ी समुद्र में ना चली जाए। दिन में इस गांव में काफी चहल पहल होती है।

बाजार लगते हैं। खाना खाने के लिए होटल है। यह सारी चीज अगल-बगल के गांव के लोग चलाते हैं। दिन में इतनी भीड़ होने के बावजूद रात को एक भी व्यक्ति उस गांव में नहीं रहता। दिन ढलते ही लोग धीरे-धीरे उस गांव को खाली कर देते हैं और वहां सन्नाटा छा जाता है।

क्यों कहते हैं इसे भूतिया गांव

पहले यह गांव बसा हुआ था। लोग यहां रहते थे। साल 1964 में यहां पर भीषण चक्रवात आया। जिसमें पूरा गांव बह गया। इस चक्रवात में लगभग 200 लोगों ने अपनी जान गवाई। एक रेल अधिकारी के अनुसार पहले रामेश्वरम (Rameshwaram) से धनुषकोडी (Dhanushkodi) के लिए ट्रेन चलती थी। चक्रवात के बाद ट्रेन सेवा बंद कर दी गई। जब इस गांव में चक्रवात आया था तो बहुत से लोग ट्रेन में सफर कर रहे थे। चक्रवात में ट्रेन (Train) भी बह गया और आज तक उसका पता नहीं लग पाया। उस ट्रेन में कई यात्री सवार थे।

गांव (Village) में इतने लोगों की मौत होने की वजह से बचे हुए लोग दूसरे गांव जाकर रहने लगे। इसके अलावा इस गांव में चक्रवात आने की संभावना भी अधिक रहती है। इस वजह से लोग अब इस गांव में नहीं रहते। दिन भर गांव में चहल पहल रहती है। दुकानदार अपनी दुकानों पर बैठते हैं। लोग सामान खरीदने यहां आया करते हैं। मगर दिन ढलते ही पूरा गांव खाली हो जाता है।